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अवैध रास्ता बनाने पर RMC प्लांट  के खिलाफ GMDA की बड़ी कार्रवाई 

जीएमडीए द्वारा विकसित सड़कें टिपरों के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त पाई गईं और सड़कों पर फैले स्लरी से धूल प्रदूषण भी हो रहा था। डीटीपी जीएमडीए श्री आर.एस. बाठ, ने इन आरएमसी प्लांट मालिकों को नोटिस जारी कर उन्हें उनके द्वारा प्राप्त एक्सेस अनुमतियों, यदि कोई हो, के संदर्भ में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था।

 
Gurugram News Network - गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने हाल ही में सेक्टर-112/114 और सेक्टर-78/79ए के सेक्टर डिवाइडिंग रोड पर चल रहे चार आरएमसी प्लांटस को जीएमडीए की मास्टर रोड पर अवैध रूप से प्रवेश (एक्सेस) के लिए नोटिस जारी किया था। जीएमडीए अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण दौरों के दौरान पाया गया कि जीएमडीए ने एक वर्ष पहले उक्त सड़कों का निर्माण किया था, और इन आरएमसी प्लांटों ने बिना किसी उचित अनुमति के सेक्टर डिवाइडिंग रोड से अवैध रूप से प्रवेश (एक्सेस) कर लिया है। ये आरएमसी प्लांट जीएमयूसी-2031 एडी की विकास योजना के आवासीय/वाणिज्यिक क्षेत्रों के भीतर चल रहे थे। 


जीएमडीए द्वारा विकसित सड़कें टिपरों के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त पाई गईं और सड़कों पर फैले स्लरी से धूल प्रदूषण भी हो रहा था। डीटीपी जीएमडीए श्री आर.एस. बाठ, ने इन आरएमसी प्लांट मालिकों को नोटिस जारी कर उन्हें उनके द्वारा प्राप्त एक्सेस अनुमतियों, यदि कोई हो, के संदर्भ में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था।

डीटीपी जीएमडीए आर एस बाठ जीएमडीए की इंर्फोसमेंट विंग के साथ उन स्थलों पर पहुंचे, और तीन आरएमसी प्लांटस के सामने खुदाई करके उनके प्रवेश और निकास द्वारों को बंद कर दिया गया।  प्लांटस के मालिकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि 72 घंटे के अंदर ग्रीन बेल्ट और सड़क क्षेत्र को साफ किया जाए और आरएमसी प्लांट द्वारा बंद किए गए बरसाती नालों को भी साफ किया जाए। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सड़क और ग्रीन बेल्ट में कोई भी ट्रक या मटेरियल से लदे वाहन नहीं चलने चाहिए।

डीटीपी जीएमडीए ने यह भी बताया कि सीएलयू अनुमतियों की जांच एमसीजी से करवाई जाएगी, और इन अनुमतियों के अभाव में ऐसे प्लांटों को बंद करने की कार्रवाई भी की जाएगी। सेक्टर 112 के दौरे के समय डीटीपी जीएमडीए ने पाया कि कई लोगों ने बिना किसी अनुमति के निर्माण सामग्री रखी हुई है। उन्होंने 10 से 15 दिनों के भीतर इन ग्रीन बेल्ट को खाली करने की घोषणा की। साथ ही यह भी कहा कि निजी भूमि पर सामग्री रखने के लिए भी अनुमति लेनी होगी वरना उन्हें सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।  

डीटीपी जीएमडीए, आर एस बाठ को उनकी इंर्फोसमेंट टीम द्वारा सहायता प्रदान की गई, जिसमें एटीपी सतेंदर, मांगेराम, जेई सुमित बूरा, कुलदीप, मनदीप छिक्कारा, सुमित गुलिया, परमजीत के साथ शहरी डिवीजन के पटवारी अमन और जय भगवान शामिल थे।

जीएमडीए के मुख्य कार्य अधिकारी ने जीएमडीए की सड़कों पर की जा रही ऐसी अवैध रूप से प्रवेश (एक्सेस) पर कार्रवाई करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं। निवासियों से वास्तविक शिकायतें प्राप्त हुई हैं और हम पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे। जिन लोगों ने पहले से ही अनुमति ले ली है।

डीटीपी  जीएमडीए आर एस बाठ ने कहा पर्यावरण संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।यातायात को आसान बनाने के लिए सभी उल्लंघनकर्ताओं को ग्रीन बेल्ट और सड़क के हिस्सों को खाली करने के लिए 72 घंटे का समय दिया गया है और किसी भी अवैध पहुंच को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।  

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