स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर दिशा निर्देश किए जारी
Gurugram News Network – कोरोना के नए वेरिएंट को फैलने से रोकने तथा सरकार द्वारा दिशा-निर्देशों की पालना को लेकर आज गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने सरकारी व निजी अस्पतालों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी , इसलिए अस्पताल प्रबंधन अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हुए समय रहते आवश्यक इंतजाम पूरे कर लें।
इंटरनेशनल ट्रेवलर की जानकारी सिविल सर्जन कार्यालय में भिजवाने के निर्देश-
डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में स्थिति अनियंत्रित ना हो और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सके। बैठक में उन्होंने सभी सरकारी व निजी अस्पतालों से आए प्रतिनधियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने यहां भर्ती प्रत्येक इंटरनेशनल ट्रैवलर के बारे में सूचना सप्ताह में दो बार सिविल सर्जन कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि वे निजी अस्पतालों द्वारा हायर किए गए गेस्ट हाउस की सूची भी साथ में भिजवाएं । डा. यादव ने कहा कि जल्द ही जिला में बड़े होटल संचालकों तथा एमएनसी कंपनियों के साथ बैठक की जाएगी और उन्हें निर्धारित डूज एंड डोन्ट्स की पालना को लेकर जागरूक किया जाएगा।
सिटीजन चार्टर अस्पताल परिसर में चस्पा करने के दिए निर्देश, बैडो की उपलब्धता संबंधी जानकारी भी करें अपडेट- सिविल सर्जन
उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश देते हुए कहा कि वे अस्पताल परिसर में विभिन्न स्थानों पर सिटीजन चार्टर लगाना सुनिश्चित करें। इसमें एनएचआरसी की गाईडलाईंस के अनुसार नागरिकों के अधिकार, ग्रीवेंस रिड्रैसल, टैस्टिंग रेट, कोविड ट्रीटमेंट तथा रैफर्ल मैकेनिजम संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश देते हुए कहा कि वे व्यर्थ में कोरोना की टेस्टिंग करवाने से बचें और अनावश्यक रूप से बार-बार व्यक्ति की टेस्टिंग ना करवाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इंटरनेशनल टैªवलर्स का पहले दिन एयरपोर्ट पर तथा 8वें दिन आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य है। डा. यादव ने कहा कि सभी अस्पताल अपने यहां बैडो की उपलब्धता संबंधी जानकारी अगले 48 घंटों के भीतर निर्धारित वैबसाईट पर अपडेट करने के निर्देश दिए। इनमें आईसीयू बैड, वेंटिलेटर तथा ऑक्सीजन बैडो की जानकारी, पिडियाट्रिक बैड, ऑक्सीजन की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल हैं। इसके अलावा, सिविल सर्जन ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन कोरोना संदिग्ध मरीजों का पता मोबाइल नंबर सहित ठीक प्रकार से मेन्टेन करें। पता गलत होने की स्थिति में कोरोना संक्रमित व्यक्ति समाज के लिए बड़ा खतरा बनता है।
निजी संस्थाओं सहित फूड वैंडर्स से की अपील, कहा-अपने यहां काम देते समय व्यक्ति के फुली वैक्सीनेशन की करें पुष्टि
उन्होंने बैठक में निजी अस्पतालों सहित जिला में कार्यरत निजी संस्थाओं विशेषकर फूड वेंडर्स से अपील करते हुए कहा कि वे अपने यहां किसी भी व्यक्ति को काम पर रखते समय सुनिश्चित करें कि वह व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज ले चुका हो क्योंकि ऐसा नहीं करने पर वह समाज में कोरोना संक्रमण फैला सकता है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से भी अपील करते हुए कहा कि वे भी सुनिश्चित करें कि उनके यहां नौकरी प्राप्त करने वाला प्रत्येक व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज ले चुका हो।
जिला में पहली डोज का आंकड़ा पहुंचा 126 प्रतिशत जबकि लगभग 90 प्रतिशत लोगों को लगी दोनो डोज।
डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि गुरूग्राम जिला कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज में लगभग 90 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। जिला में इतनी बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद लगभग 90 प्रतिशत लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनो डोज लग चुकी है। उन्होंने बताया कि जिला में पहली डोज 126 प्रतिशत लोगो तथा दूसरी डोज लगभग 90 प्रतिशत जनसंख्या को लग चुकी है। उन्होंने बैठक में उपस्थित निजी अस्पताओं को दिसंबर माह में वैक्सीनेशन के दो मैगा ड्राईव लगाने के निर्देश दिए ताकि वैक्सीनेशन कार्य को रफतार मिल सके।
इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एम पी सिंह, जिला सर्विलांस अधिकारी डा. जयप्रकाश राजलीवाल व डा. अनुज सहित कई वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।