Haryana Online Transfers: हरियाणा में 2 साल से पसंद के स्कूल में नियुक्ति के लिए तरस रहे शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। नए शैक्षणिक सत्र से पहले सभी को उनकी पसंद का स्कूल मिल जाएगा। शिक्षा विभाग ने 31 मार्च तक आनलाइन ट्रांसफर ड्राइव को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए हैं कि एमआइएस और एचआरएमएस पोर्टल पर शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मियों का डाटा अपलोड किया जाए। यदि किसी कर्मचारी का कोर्ट स्टे हैं, तो वर्तमान में उसकी स्थिति दर्शाई जाए।
8 सालों में महज 4 बार हुए तबादले
एकल शिक्षक विद्यालयों में पढ़ाने के लिए भेजे गए शिक्षकों का डाटा एमआइएस पोर्टल पर उनके पूर्व स्थान से ही भरा जाए। एक सप्ताह में यह काम पूरा करना होगा। इससे पहले सितंबर 2013 में शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन अक्टूबर में इसे रोक दिया गया। इसके साथ ही 2017 बैच के जेबीटी के भी अंतर जिला तबादला प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ पाई है।
वर्ष 2016 में आनलाइन शिक्षक पॉलिसी तैयार की गई थी। 8 सालों में महज 2016, 2017, 2019 और 2022 में तबादले हुए हैं। पॉलिसी में दावा किया गया था कि हर साल अध्यापकों के तबादले होंगे।
महानिदेशक के आदेश के मुताबिक एमआइएस पोर्टल पर स्कूल मुखिया की ओर से नियमित व अतिधि अध्यापकों का पूर्ण विवरण देना होगा। यही नहीं, स्कूल में विद्यार्थियों की पंजीकरण संख्या, सेक्शन, विषय और छात्रों की उपस्थिति का ब्योरा भी भरना अनिवार्य है।
हसला के राज्य प्रधान ने दी अपनी राय
हसला के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु का कहना है कि आगामी शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होने से पहले शिक्षकों की ट्रांसफर ड्राइव पूरी हो जानी चाहिए। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में बाधा नहीं आएगी और अध्यापकों को भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
विभाग की ओर से कई बार ट्रांसफर ड्राइव चलाने का दावा किया जा चुका है, लेकिन अभी तक प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। अब महानिदेशक की ओर से ट्रांसफर ड्राइव को लेकर निर्देश दिए गए हैं।
NEP लागू करने की भी हो रही तैयारियां
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने में हरियाणा दूसरे प्रदेशों के लिए रोल माडल बनेगा। स्वामी विवेकानंद जयंती पर 12 जनवरी को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के अलावा सोनीपत व गुरुग्राम में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस दौरान विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और विद्यालयों के साथ-साथ शिक्षाविदों के सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे और आनलाइन पोर्टल भी जारी किया जाएगा। शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने बुधवार को दिल्ली में उच्चतर शिक्षा विभाग और रोहतक व कुरुक्षेत्र विवि के अधिकारियों के साथ बैठक में तैयारियों की समीक्षा की।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति अहम होगी। नई शिक्षा नीति के साथ छात्रों को सीधे तौर पर जोड़ने के लिए स्कूल, कालेजों व विश्वविद्यालयों में सुझाव पेटिका रखी जाएं, ताकि छात्रों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों पर भी विचार किया जा सके।
ये भी पढ़ें: आज 10 जनवरी 2025 को वैकुंठ एकादशी पर कैसा रहेगा आपका दिन, जानिए अपनी राशि का पूरा ब्यौरा
5 Comments