Gurugram News Network – गुरुग्राम में रहने वालों का जीवन स्तर कैसा है और इसे भविष्य के लिए किस तरह से बेहतर बनाया जा सकता है। इसको लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) द्वारा जिले में सर्वे कराया जा रहा है। इस सर्वे में 11 बिंदुओं को निर्धारित किया गया है जिसके तहत यह सर्वे कराया जाएगा। इसमें गुरुग्राम जिले की भौगोलिक स्थिति को देखने के साथ ही उसमें रहने वाले लोगों का जीवन स्तर किस तरह का है और उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं क्या हैं यह देखी जाएंगी। इसके साथ ही लोगों को मूलभूत सुविधाएं किस तरह की मिल रही हैं इसके आधार पर ही आगामी योजनाएं तैयार की जाएंगी।
GMDA के अधिकारियों के मुताबिक, इसके अंतर्गत जिले में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की स्थिति, दोपहिया वाहन, कार सहित अन्य वाहनों की स्थिति को जांचा जाएगा। वहीं, सड़कों की स्थिति, फुटपाथ की स्थिति देखी जाएगी। वहीं, शहर में लगे ट्रैफिक सिग्नल की स्थिति को देखा जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा उन सिग्नल पर ध्यान दिया जाएगा जिनका समय 150 सेकंड से ज्यादा का डिले होने का समय है। सर्वे के दौरान यह भी जांचा जाएगा कि लोगों को नियमानुसार 135 लीटर रोजाना स्वच्छ पानी उपलब्ध हो रहा है अथवा नहीं। शहर और गांवों में ड्रेन की क्या व्यवस्था है। सीवर से कितने घरों के कनेक्शन जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित हो रहे पानी की गुणवत्ता और क्वांटिटी कौन सी है।
सीवर के शोधित पानी का कितना उपयोग हो रहा है। शहर में बने स्टॉर्म वाटर ड्रेन की क्या स्थिति है। कितने ड्रेन कवर किए गए हैं और कितने खुले में है। इस सर्वे में यह भी जांचा जाएगा कि पूरे शहर में बिजली की क्या व्यवस्था है। बिजली कटौती के कारण और इंफ्रा की जानकारी भी इसमें होगी। शहर में प्रदूषण का स्तर जांचने के लिए क्या व्यवस्था है। इसके कारण और निवारण को भी इस सर्वे में जांचा जाएगा। इसमें यह भी जांचा जाएगा कि किस दिन प्रदूषण स्तर सबसे अधिक और सबसे कम रहता है। शहर में प्रति व्यक्ति हरित क्षेत्र कितना है। प्रति व्यक्ति पब्लिक स्पेस कितना है। वाटर कंजर्वेशन के लिए कितनी वाटर बॉडी हैं और उनकी क्या स्थिति है। पिछले वर्षों की तुलना में भूजल स्तर में कितना बदलाव आया है।
वेस्ट कलेक्शन की शहर में क्या स्थिति है। इसके साथ ही वेस्ट सेग्रीगेशन के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें सेक्टर लेवल, सोसाइटी लेवल पर कितना काम किया जा रहा है। ई वेस्ट, बायो मेडिकल वेस्ट, सी एंड डी वेस्ट को लेकर क्या व्यवस्था की गई है। वहीं, जिले में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए कितनी अफोर्डेबल हाउसिंग सोसाइटी बनाई गई हैं। वहीं, रेंटल हाउसिंग की जिले में क्या व्यवस्था है।
जिले में 10 हजार निवासियों पर स्वास्थ्य सेवाओं की क्या व्यवस्था है। इसमें सरकारी और निजी अस्पताल कितने हैं। स्कूलों की क्या स्थिति है। आईटीआई सहित अन्य तकनीकी एजुकेशन संस्थान कितने हैं। कितने छात्र हैं जिन्होंने अपनी शिक्षा को बीच में ही छोड़ दिया और इसके क्या कारण हैं। इन सभी को लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर सर्वे कराने के लिए तैयारी कर ली है। इन सर्वे के आधार पर ही आगामी योजनाओं को अमल में लाया जाएगा और लोगों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया जाएगा।