प्रॉपर्टी के नाम पर 2.72 करोड़ का फ्राॅड
Gurugram News Network- प्रॉपर्टी खरीद कर मुनाफे पर बेचने के नाम पर 2.72 करोड रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अदालत के माध्यम से बैंक अधिकारी समेत आठ लोगों के खिलाफ DLF फेज-3 थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, DLF फेज-3 निवासी गौरव साहनी ने बताया कि उसकी मुलाकात जनवरी 2014 में सूरज कुमार गोयनका से हुई थी। गौरव ने प्रॉपर्टी डीलर श्रीनिवासन के जरिए एक प्राॅपर्टी क्षेत्र में देखी थी। 2.72 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी के लिए पर्याप्त राशि न होने के कारण गौरव ने खरीदने से इंकार कर दिया था।
इसी प्रॉपर्टी को डीलर ने दोबारा गौरव व सूरज गोयनका व लता गोयनका को दिखाया। सूरज ने गौरव को अपनी बातों में उलझा लिया और इस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए करीब 1.53 करोड रुपए का लोन लता गोयनका के नाम पर लेने की बात कही। कई बार हुई बातचीत के बाद गौरव राजी हो गया। दोनों के बीच तय हुआ कि जब भी प्रॉपर्टी बेची जाएगी तो गौरव को कुल राशि का 40 फीसदी हिस्सा दिया जाएगा।
आरोप है कि गौरव साल 2017 से ही इस प्रॉपर्टी को बेचने की बात करने लगा था, लेकिन लता व सूरज इसे बेचने से मना करते हुए भविष्य में अधिक राशि मिलने की बात कहने लगे। इसी बीच गौरव को पता लगा कि इस प्रॉपर्टी पर लता ने बिना उन्हें बताए अन्य लोन लिया हुआ है। इसके साथ ही प्रॉपर्टी को मनोज बैसोया व सुनील बैसोया को बेचा जा चुका है। इस पर उन्होंने अपने स्तर पर जांच शुरू की तो पाया कि यह सभी आरोपी आपस में मिले हुए हैं। उन्होंने पहले भी इस तरह के कई फ्रॉड किए हैं।
इस पर उसने पुलिस को शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गौरव ने अदालत में याचिका दायर की। अदालत के आदेश पर DLF फेज-3 थाना पुलिस ने लता रानी गोयनका, अशोक कुमार गोयनका, सूरज कुमार गोयनका, दीपा गोयनका, मंजू अग्रवाल, मयूर कुमार गोयनका, मनोज बैसोया, सुनील बैसोया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।