Electric Bus Depot सेक्टर-48 में बनेगा,छह महीने में होगा तैयार
ई-बस डिपो के निर्माण के लिए छह कंपनियों ने आवेदन किया था। तकनीकी जांच में इनमें से दो कंपनियों को शर्तों के अनुरूप पाया है। अब वित्तीय मंजूरी के लिए इस टेंडर को मुख्य कार्यकारी अधिकारी के समक्ष मोबिलिटी विंग ने रखा है। मंजूरी मिलने के बाद इस टेंडर को अंतिम मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली हाई पावर परचेज कमेटी में रखा जाएगा। इन दोनों में से किसी कंपनी को टेंडर आवंटित किया जाएगा। बता दें कि इस ई-बस डिपो में 100 बस को खड़ा करने का बंदोबस्त किया जाएगा।
Gurugram News Network-गुरुग्राम-सोहना हाइवे पर सुभाष चौक के पास सेक्टर-48 में ई-बस डिपो का बनेगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए)बस डिपो निर्माण के लिए एक कंपनी को टेंडर आवंटित कर दिया है। कंपनी को अगले छह महीने के अंदर इस सब स्टेशन को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ई-डिपो के निर्माण के लिए कंपनी का चयन किया जा रहा है।
जीएमडीए सेक्टर-48 में ई-डिपो के निर्माण को लेकर दो टेंडर आमंत्रित किए थे। इसमें एक टेंडर के तहत ई-बस डिपो का निर्माण करना है, जिसके लिए 12 महीने का समय दिया जाएगा। इसके निर्माण पर करीब 15 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। दूसरे टेंडर के तहत ई-बस डिपो में बिजली सब स्टेशन का निर्माण किया जाना है, जिसके ऊपर करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत आनी है। जीएमडीए ने बिजली सब स्टेशन के निर्माण का टेंडर एक कंपनी को आवंटित कर दिया जाएगा।
ई-बस डिपो के निर्माण के लिए छह कंपनियों ने आवेदन किया था। तकनीकी जांच में इनमें से दो कंपनियों को शर्तों के अनुरूप पाया है। अब वित्तीय मंजूरी के लिए इस टेंडर को मुख्य कार्यकारी अधिकारी के समक्ष मोबिलिटी विंग ने रखा है। मंजूरी मिलने के बाद इस टेंडर को अंतिम मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली हाई पावर परचेज कमेटी में रखा जाएगा। इन दोनों में से किसी कंपनी को टेंडर आवंटित किया जाएगा। बता दें कि इस ई-बस डिपो में 100 बस को खड़ा करने का बंदोबस्त किया जाएगा।
जीएमडीए मोबिलिटी विंग के महाप्रबंधक आरडी सिंघल ने बताया सेक्टर-48 में ई-बस डिपो के निर्माण को लेकर टेंडर आमंत्रित किया था। इसके तहत तकनीकी बिड को खोला जा चुका है। इसे मंजूरी के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भेजा गया है। ई-बस डिपो में बिजली सब स्टेशन के निर्माण का टेंडर आवंटित कर दिया है।