Lockdown में आयुध डिपो के दायरे में बना दिए 48 फ्लैट, नगर निगम के चार अधिकारियों के खिलाफ एक्शन
गुरुग्राम में आयुध डिपो के 900 मीटर के दायरे में बना दिए 48 फ्लैट, नगर निगम अधिकारियों ने नहीं की कार्रवाई, विजिलेंस जांच में पाए गए दोषी ।
Gurugram News Network – गुरुग्राम में आयुध डिपो के दायरे में लगातार हो रहे निर्माणों में लगातार नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है । देश के प्रधानमंत्री को दी गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए नगर निगम अधिकारियों ने जांच के बाद चार एसडीओ को चार्जशीट किया है । हालांकि इन अधिकारियों की अवैध निर्माण के दौरान मिलीभगत ऐसी रही कि इनके रहते हुए लॉकडाउन में आयुध डिपो के प्रतिबंधित एरिया में 1200 गज जमीन पर चार मंजिल इमारत में 48 फ्लैट बिना किसी रोक टोक के खड़ी कर दी गई ।
दरअसल पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट द्वारा गुरुग्राम के आयुध डिपो के 900 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के निर्माण पर दस साल पहले रोक लगा दी गई थी । जिसके बाद गुरुग्राम नगर निगम की एनफोर्समेंट विंग की जिम्मेवारी होती है कि किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जाए । ऐसे में आयुध डिपो के दायरे में एनफोर्समेंट विंग की खास नज़र होती है फिर भी 2020 से 2022 में लॉकडाउन के दौरान 1200 गज में चार मंजिल में 48 फ्लैट बना दिए गए और संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की ।
आपको बता दें कि संजयग्राम वेलफेयर एसोसिएशन ने साल 2020 में ही प्रधानमंत्री कार्यालय, जिला उपायुक्त और नगर निगम कमिश्नर को इस इमारत के बारे में शिकायत दी लेकिन 3 साल तक कोई कार्रवाई नहीं की गई । बीते साल तत्कालीन निगम कमिश्नर पीसी मीणा ने इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच विजिलेंस टीम से कराई तो चार एसडीओ इस इमारत के बनने में दोषी पाए गए । इन चार एसडीओ की जिम्मेवारी थी कि 100 गज से अधिक जमीन पर होने वाले अवैध निर्माण पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तोड़ा जाए लेकिन इन अधिकारियों ने इस इमारत को सील तक नहीं किया ।
विजिलेंस जांच में सामने आया कि इन संबंधित अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी की ठीक तरह से पालना नहीं की । ना ही इन अधिकारियों ने इस इमारत के निर्माण को रुकवाया और ना ही इसे सील या ध्वस्त किया । इसीलिए इन इमारत के निर्माण के पीछे अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है । विजिलेंस टीम ने जांच के बाद जब अपनी रिपोर्ट सौंपी तो नगर निगम कमिश्नर ने एसडीओ दिनेश कुमार, एसडीओ दिलीप यादव, एसडीओ आशीष हुड्डा, और एक अन्य एसडीओ को चार्जशीट के लिए सिफारिश कर दी है ।
इतना ही नहीं इन 48 फ्लैट्स के अलावा इस इलाके में एक अन्य 160 गज में पांच मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई । गुरुग्राम नगर निगम के अधिकारी लगातार इस तरह के अवैध निर्माण में संलिप्त पाए जाते हैं लेकिन उन्हें सिर्फ चार्जशीट करके छोड़ दिया जाता है । देखना होगा कि आयुध डिपो के प्रतिबंधित एरिया में बनाई गई इन इमारतों पर कब कार्रवाई होती है ।