Gurugram News Network – सोमवार को DLF फेज-3 के रिहायशी मकानों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों पर DTP ने कार्रवाई की। DTP ने यहां सात मकानों में अलग-अलग फ्लोर पर चल रही 19 व्यावसायिक गतिविधियों को सील किया गया। लोगों ने सीलिंग का विरोध किया लेकिन DLF फेज तीन से पुलिस बल साथ होने के कारण शाम होने तक सीलिंग की कार्रवाई चली। वहीं, DTP ने क्षेत्र में लगे दो गेट भी तोड़ दिए। इस कार्रवाई का स्थानीय RWA ने विरोध भी किया।
टाउन एंड कंटी प्लानिंग के DTP एनफोर्समेंट की तरफ से लाइसेंस कालोनी के रिहायशी मकानों में संचालित व्यावसायिक गतिविधियों पर सीलिंग की कार्रवाई जारी है। सोमवार को DTP मनीष यादव के नेतृत्व में सीलिंग अभियान DLF फेज तीन में चला। करीब एक बजे शुए किए गए अभियान में 19 व्यावसायिक गतिविधियां सील की गई। ये गतिविधियां होटल, कमर्शियल ऑफिस तथा सेलून के रूप में सिरिस रोड, मोलसरी एवेन्यू, नाथूपुर रोड पर चलाई जा रही थी। इन सभी गतिविधियों के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया था, लेकिन किसी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जिसके बाद रिस्टोरेशन के आदेश दिए गए और सात दिन का समय दिया गया लेकिन इसके बाद भी लोगों ने गतिविधियां बंद नहीं की। इसी के चलते सोमवार को सीलिंग अभियान चलाया गया। ये गतिविधियां हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट एक्ट 1975 और ओसी नियमों का भी उल्लंघन है।
जिन मकानों को नोटिस जारी किया गया था उनमें से तीन मकानों में गेस्ट हाउस चलाए जा रहे थे, लेकिन सीलिंग के दौरान मौके से गतिविधियों को बंद कर प्रापर्टी रिस्टोर पाई गई जिसके चलते इन मकानों को सील नहीं किया गया।डीटीपीई की टीम ने यू-ब्लाक पिंक टाउन हाउस में 9 मीटर सडक़ों पर अवैध रूप से लगाए गए सुरक्षा गेटों पर भी टीम ने पीला पंजा चलाया हालांकि RWA पदाधिकारी इसके विरोध में रास्ते में बैठ गए, लेकिन उन्हें समझाया गया ये गेट नियमों के विरूद्व है और इन्हें लेकर लगातार DTP कार्यालय में शिकायत भी प्राप्त हो रही है। इसी चलते डीटीपीई ने गेटों को जेसीबी से हटाया दिया।
डीटीपीई ने लोगों से अपील की है कि रिहायशी मकानों मे भू-तल के कुल निर्माण एरिया का 25 प्रतिशत या फिर 50 वर्ग मीटर तक कुछ गतिविधियों के लिए विभाग से परमिशन ली जा सकती है। इनमें प्रॉपर्टी डीलर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कांट्रेक्टर, डाक्टर क्लीनिक, टैक्स कंसल्टेंट, आर्किटेक्ट, टाउन प्लानरस (बिना स्टूडियो के), कंपनी सचिव, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक क्लीनिक, टूरिस्ट गाइड, साइकेट्रिस्ट क्लीनिक इत्यादि गतिविधियां शामिल है। इसकी पांच साल की फीस 60000 रुपये है।