Gurugram News Network – रिहायशी क्षेत्र में कमर्शियल गतिविधि करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला नगर योजनाकार (DTP) सनसिटी और पार्श्वनाथ एग्जोटिका में आठ संपत्तियों को सील किया गया है। सीएम विंडो पर आई शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है। इस अभियान के बाद रिहायशी क्षेत्रों में कमर्शियल एक्टिविटी करने वालों ने मकान खाली करने शुरू कर दिए हैं।
DTP मनीष यादव ने बताया कि विभाग के सर्वे से लगातार जानकारी मिल रही है कि विभाग के सीलिंग अभियान की शुरूआत के बाद विभिन्न लाइसेंस कालोनियों में लोगों ने व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को डीटीपी एनफोर्समेंट टीम ने पार्श्वनाथ एग्जोटिका सोसाइटी तथा सनसिटी कालोनी में आठ व्यावसायिक गतिविधियों को सील किया। इसे लेकर सीएम विंडो पर शिकायत प्राप्त हुई थी और सर्वे रिपोर्ट में भी मौके पर गतिविधियां संचालित होती पाई गई थी। DTP मनीष यादव के नेतृत्व में टीम ने गोल्फ कोर्स रोड सेक्टर-53 स्थित पार्श्वनाथ एग्जोटिका ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में अवैध रूप से चल रही तीन दुकानों समेत मदर डेयरी के बूथ को सील कर दिया। इसे लेकर सीएम विंडो शिकायत भी प्राप्त हुई थी। इसके बाद एनफोर्समेंट टीम सेक्टर-54 स्थित सनसिटी कॉलोनी पहुंची। यहां पर भी विभाग ने पांच अवैध व्यावसायिक गतिविधियों को सील किया जिनमें दो मकानों में पीजी, दो मकानों में डेंटल क्लीनिक और एक मकान में कमर्शियल ऑफिस चलाया जा रहा था। टीम ने पांचों गतिविधियों पर ताला जड़ दिया। इस दौरान सेक्टर-53 थाने से पुलिस बल मौजूद रहा।
विभाग की तरफ से भेजे जा रहे सीलिंग के नोटिस के बाद लोगों ने बचने के लिए कोर्ट में याचिका डालनी शुरू की थी। अब तक करीब 25 याचिका दायर हो चुकी है। विभाग इस बार कोर्ट केसों में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरत रहा है। कोर्ट में किसी भी सूरत में स्टे न हो, इसे लेकर पूरी पैरवी की जा रही है। विशेष बात यह है कि कोर्ट ने भी रिहायशी मकानों में संचालित व्यावसायिक गतिविधियों पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए अब तक किसी मामले में स्टे नहीं दिया और विभाग को स्पष्ट आदेश जारी किए है कि सीलिंग कानून की पालना करते हुए की जाए।
विभिन्न लाइसेंस कालोनियों में व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर जारी हुए नोटिस के बाद DTP कार्यालय में अब तक नोन न्यूसेंस गतिविधि की नियमावली के तहत 25 आवेदन प्राप्त हो चुके है। लोगों ने ग्राउंड फ्लोर पर 25 प्रतिशत एरिया में कंसल्टेंसी करने के लिए आवेदन किया है। इनमें प्रापर्टी डीलर, वकील, सीए, कांट्रेक्टर, डाक्टर क्लीनिक इत्यादि गतिविधियां शामिल है। इससे विभाग को तो राजस्व मिलेगा ही साथ ही ये गतिविधियां विभाग के रिकार्ड में आ सकेंगी।
DTP कार्यालय की तरफ से DLF फेज एक, दो, तीन, चार, सुशांत लोक एक, दो, तीन, सनसिटी, साउथ सिटी, विपुल वर्ल्ड, उप्पल साउथ एंड, वाटिका इंडिया नेक्स्ट समेत विभिन्न लाइसेंस कालोनियों के रिहायशी मकानों में व्यावसायिक गतिविधियां चलाने पर अब तक करीब 750 से अधिक नोटिस दिए जा चुके है।DTP मनीष यादव ने कहा कि टाउन प्लानिंग के महानिदेशक टीएल सत्यप्रकाश के आदेशों पर सीलिंग अभियान अब लगातार जारी रहेगा। कोर्ट केसों में विभाग मजबूती से पैरवी कर रहा है। इसी माह से 200 व्यावसायिक गतिविधियों को सील करने का टारगेट है।
सीनियर टाउन प्लानर रेणुका सिंह का कहना है कि मुख्यालय की तरफ से रिहायशी मकानों में व्यावसायिक गतिविधियों पर ठोस कार्रवाई के निर्देश है। ऐसे में DTP एनफोर्समेंट की जिम्मेदारी तय की हुई है कि रिहायशी मकानों में व्यावसायिक गतिविधियों पर किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए।