Gurugram News Network – जिले की डेढ़ दर्जन से अधिक कॉलोनियों की पेयजल किल्लत को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा। इसके लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने नया प्लान तैयार कर लिया है। PWD रेस्ट हाउस में 7वीं समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए CEO पीसी मीणा ने आधा दर्जन कॉलोनियों में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए सीधे तौर पर कॉलोनियों में नई पाइपलाइन डालने के निर्देश दिए हैं। वहीं, एक दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों में सीधे तौर पर पेयजल सप्लाई करने के दौरान होने वाली पेयजल बर्बादी को रोकने के लिए बूस्टिंग स्टेशन बनाए जाने के लिए कहा है।
चंदू-बुढेड़ा तथा बसई स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर बिजली कटौती के बारे में GMDA के अधिकारियों ने बताया कि जुलाई माह में बिजली की कमी के कारण दोनों प्लांटों से पानी की आपूर्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पावर कंडक्टर बदलने का कार्य चलने के कारण बिजली कट हुए थे, जो अब भविष्य में नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि कई बार लाइन फॉल्ट के कारण भी बिजली कट लगते हैं तथा फॉल्ट को मैनुअली ढूंढने में समय लग जाता है। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे फॉल्ट डिटेक्टर मशीन की व्यवस्था करें। इसके साथ ही उन्होंने डबल फीडर बिजली सप्लाई की व्यवस्था रखने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
मुख्य पेयजल आपूर्ति लाइन से अमनपुरा, एफ व एच ब्लॉक पालम विहार, सेक्टर-21, 22, 23 तथा सेक्टर-12 में सीधे कनेक्शन के मामले की समीक्षा के दौरान नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे पैरलल लाइन डालकर गलियों में पेयजल आपूर्ति कनेक्शन दें तथा मुख्य लाईनों से जो भी कनेक्शन है उन्हें हटाएं। इस बारे में जल्द कार्रवाई करके रिपोर्ट भेजें। बैठक में बताया गया कि गांव सरहौल, तिघरा, साउथ सिटी-2, हंस एनक्लेव, सराय, न्यू पालम विहार, सैनी खेड़ा व सिलोखरा में पेयजल आपूर्ति सीधे चालू होने से पानी की बर्बादी होती है। इन स्थानों पर बूस्टिंग स्टेशनों के माध्यम से जलापूर्ति करवाई जाए, ताकि पानी की बर्बादी कम हो। इस पर निगम अधिकारियों ने कहा कि गांव सरहौल, तिघरा, साउथ सिटी व हंस एनक्लेव में बूस्टिंग स्टेशनों के लिए बिजली कनेक्शन आवेदन किया हुआ है। इनको जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, सराय, न्यू पालम विहार व सैनी खेड़ा में जगह की पहचान की जा रही है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि बूस्टिंग स्टेशन निर्माण कार्य के पूर्ण होने से पूर्व ही बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया जाना चाहिए।
सरकार की नीति अनुसार न्यू पालम विहार, आयुध डिपो के आसपास का क्षेत्र तथा सुखराली एन्कलेव अवैध क्षेत्रों में स्टैंड पोस्ट के माध्यम से जलापूर्ति के मामले में बताया कि इनके नजदीकी क्षेत्रों में बूस्टिंग स्टेशन या भूमिगत टैंकों की योजना बनाई जाएगी। बैठक में नए जलापूर्ति कनेक्शन पर फ्लो मीटर लगाने तथा डैशबोर्ड से जोड़ने के निर्देश भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इसके साथ ही राजस्व रिकार्ड में जितने भी नाले, तालाब या क्रीक हैं उन्हें विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।