Gurugram News Network – शहर में साइबर ठग अब लोगों को अपना निशाना बनाने के लिए इमोशनल ब्लैकमेल करने पर उतर आए हैं। इमोशनल ब्लैकमेल करने के बाद साइबर ठग लोगों के बैंक खाते को खाली कर रहे हैं। ऐसे ही कई मामले साइबर थाना पुलिस ने दर्ज किए हैं।
पहला मामला फर्रूखनगर का है। पुलिस को दी शिकायत में फर्रूखनगर के अमाया ग्रीन्स सोसाइटी के रहने वाला काला राम ने बताया कि उन्होंने अपना मकान किराए पर देने के लिए विज्ञापन दिया था। एक व्यक्ति ने 16 अक्टूबर को उन्हें फोन किया और मकान किराए पर लेने की बात कही। एडवांस किराया पेटीएम के जरिए भेजने के नाम पर उनके बैंक खाते से करीब 44 हजार रुपए निकाल लिए। साइबर थाना मानेसर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं, दूसरे मामले में साइबर थाना ईस्ट को दी शिकायत में निर्वाणा कंट्री के रहने वाले सत्यजीत ने कहा कि उनका दोस्त सौम्य कुवैत में नौकरी करता है। उनके व्हाट्सएप पर सौम्य का मैसेज आया जिसने मेडिकल इमरजेंसी होने की बात कही। इसके लिए उसने मदद मांगी। उन्होंने सौम्य को करीब एक लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसने एक लाख रुपए और मांगे, जो कि उसने बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उनकी जब सौम्य से बात हुई तो पता लगा कि किसी ने 10 दिन पहले उनका व्हाट्सएप हैक कर लिया जिसके बाद लोगों से रुपए मांग रहा है।
तीसरे मामले में रोजवुड सिटी की रहने वाली अंजू सिंह ने बताया कि 9 अगस्त को उनके पास देर रात को एक कॉल आई थी जिसे उन्होंने काट दिया। कुछ देर बाद उन्हें व्हाट्सएप पर मैसेज आया कि उनके भाई का एक्सीडेंट हो गया है और जल्दी से 30 हजार रुपए ट्रांसफर करो। इसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर प्रोफाइल फोटो देखी तो अंजू के दोस्त की थी। इस पर उन्होंने रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में उन्हें पता लगा कि किसी ने उनके साथ स्कैम किया है।
चौथे मामले में साइबर थाना वेस्ट को दी शिकायत में महेश पाल ने बताया कि वह रानी शेवर पॉल्ट्री ब्रीडिंग फार्म में काम करता है। कंपनी ने उसका पीएफ अकाउंट साल 2007 में खुलवाया था। उसके पीएफ अकाउंट की केवाईसी नहीं हुई थी। इस बारे में उसने कपंनी से संपर्क किया। कंपनी की तरफ से उसे पीएफ अकाउंट की स्टेटमेंट दी गई तो पता लगा कि उसके पीएफ अकाउंट से किसी ने करीब 1़60 लाख रुपए निकल गए।