गुरुग्राम शिक्षा विभाग का क्लर्क रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
Gurugram News Network – गुरुग्राम जैसे हाइटेक शहर में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंचने लगा है कभी पुलिस कर्मी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार होते हैं तो कभी किसी अन्य सरकारी विभाग के अधिकारी । सोमवार को भी गुरुग्राम के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर का क्लर्क रिश्वत लेते हुए विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किया गया है । मेडिकल बिल पास करने की एवज में बीस हज़ार रुपए की रिश्वत लेते शिक्षा विभाग के क्लर्क को विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया है । आरोपी ने यह रिश्वत सोमवार दोपहर को लघु सचिवालय की चौथी मंजिल पर ली है । आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है ।
दरअसल जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर का क्लर्क शिक्षा विभाग से रिटायर्ड अध्यापिका से ही उनके मेडिकल बिल पास करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था । जिस पर जाल बिछाकर विजिलेंस ने क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया । सोहना की रहनी वाली चंद्रकांता शिक्षा विभाग से अध्यापिका सेवानिवृत है और कैंसर से ग्रस्त है। उनके पति भी शिक्षा विभाग से ही सेवानिवृत है । चंद्रकांता ने कैंसर के इलाज का करीब डेढ़ लाख रुपए का बिल शिक्षा विभाग कार्यालय में देते हुए भुगतान करने की अपील की थी । यहां क्लर्क पवन कुमार बिल भुगतान के लिए उन्हे लगातार परेशान कर रहा था । बिल भुगतान के लिए पवन कुमार ने बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी । इसकी सूचना चद्रकांता ने अपने पति के माध्यम से विजिलेंस को दी ।
विजिलेंस ने टीम गठित कर सोमवार को यह राशि देकर चंद्रकांता के पति को शिक्षा विभाग कार्यालय में भेजा । जैसे ही जिला मौलिक शिक्षा दफ्तर के क्लर्क पवन कुमार ने यह रुपए पकड़े , वैसे ही विजिलेंस ने उसे काबू कर लिया । आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है । सवाल ये है कि हरियाणा सरकार लगातार दम भरती है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया गया है लेकिन सरकारी विभाग में तैनात कर्मचारी सरकार के इन दावों को ठेंगा दिखाते हुए खुलेआम रिश्वत लेते हैं ।