ऐप पर शहरवासियों को मिलेगी कचरा उठाने की जानकारी,निगम तैयार कर रहा मैकेनिजम
नगर निगम ने गुरुग्राम की निजी यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम को ऐप का मैकेनिजम तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। यूनिवर्सिटी की टीम जल्द ही मैकेनिजम को तैयार कर निगम को सौंपेगा। उसका अध्ययन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर कुछ बदलाव भी होंगे। उसके बाद ऐप तैयार किया जाएगा।
Gurugram News Network-गुरुग्राम में डोर टू डोर कचरा उठाने को लेकर आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए नगर निगम एक नया मैकेनिजम तैयार कर रहा है। उस मैकेनिजम के बाद एक ऐप बनाई जाएगी। नई ऐप के जरीए शहरवासियों घर से कूडा उठाने के लिए आने वाली गाड़ी की जानकारी मिलने के साथ-साथ उसकी लाइव लोकेशन भी मिलेगी। जिससे लोगों को पता रहेगी कि गाड़ी कितनी देर में आने वाली है और घर से कितनी दूरी पर है। गाड़ी के चालक और हेल्पर तक की उसमें जानकारी होगी।
नगर निगम ने गुरुग्राम की निजी यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम को ऐप का मैकेनिजम तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। यूनिवर्सिटी की टीम जल्द ही मैकेनिजम को तैयार कर निगम को सौंपेगा। उसका अध्ययन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर कुछ बदलाव भी होंगे। उसके बाद ऐप तैयार किया जाएगा। उस ऐप में शहरवासियों की सुविधा के लिए काफी विकल्प दिए जाएंगे,जिससे उनको फोन पर ही एक क्लिक पर कचरा उठाने वाली गाड़ी की जानकारी और लाइव लोकेशन मिल जाएगी। नगर निगम नई योजना को अगस्त माह से चालू करने की रूपरेखा तैयार कर रहा है।
ऐप में कचरा उठाने वाली गाड़ी का रूट तय होगा और वह उसी रूट में ही घर-घर जाकर कूडा उठाएगी। अगर गाड़ी रूट से बाहर जाएगी,तो निगम अधिकारियों के पास अलर्ट आ जाएगा। डोर टू डोर कचरा उठाने वाली गाड़ी का समय भी निर्धारित होगा,जो सुबह से दोपहर तक रहेगा। उसके स्टॉपेज भी बनाए जाने के साथ-साथ कितने घरों से कूडा उठाना हैं,उसका लक्ष्य निर्धारित होगा और रोजाना निगरानी भी होगी। इसके अलावा गाड़ी के टायर प्रेशर की भी निगरानी होगी कि सभी घरों से कचरा उठा रहा भी है या नहीं। डंपिग स्टेशन पर कितने टन कूडे को डाला गया,उसका भी रिकॉर्ड रखा जाएगा।
अगर घर से कूडा नहीं उठा रहा है,तो निगम के कार्यालय में जाकर शिकायत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐप में ही शिकायत करने का विकल्प भी दिया जाएगा,ताकि जिनके घर से कूडा नहीं उठा है वह आसानी से शिकायत कर सके। शिकायत करने पर निगम अधिकारी कचरा उठाने वाली गाड़ी की लोकेशन की जांच की जाएगी कि सही में गाड़ी उस घर पर गई भी थी या नहीं। उसके बाद निगम अधिकारी लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकेंगे। अभी तक डोर टू डोर कचरा उठाने की सही तरीके से मॉनिटरिंग करने की कोई व्यवस्था निगम के पास नहीं है। गाड़ियों की मॉनिटरिंग करने के लिए निजी कंपनी ने बार कोड लगाए गए थे,लेकिन वह योजना भी फेल हो गई थी।
रोजाना निगम के पास घर से कूडा नहीं उठने की 300 से ज्यादा शिकायतें आती है। उन शिकायत की जांच करने पर कर्मचारी कूडा उठाने की बात कहते हैं,जबकि घर से कूडा नहीं उठता है। शिकायतों के बाजवूद भी लोगों की दिक्कतों का समाधान नहीं होता है। ऐसे में लोगों की दिक्कतें कम होने के बजाए और भी बढ़ जाती है। इन दिक्कतों को दूर करने के लिए निगम नया मैकेनिजम को तैयार कर रहा है। हालांकि देखना होगा कि नई योजना निगम की लागू हो भी पाती है या नहीं। फिर पूरानी योजनाओं की तरह ही फेल हो गई।
नगर निगम के संयुक्त आयुक्त डॉ.नरेश कुमार ने बताया कि नया ऐप बनाया जा रहा है। उस ऐप से कचरा उठाने वाली गाड़ियों की निगम के साथ-साथ शहरवासी भी निगरानी कर सकेंगे। ऐप बनने के बाद प्रोपर्टी आईडी के अनुसार वह अपना अकाउंट बना सकेंगे। उसके पते के अनुसार गाड़ी की जानकारी मिलेगी और उनके घर पर किस टाइम तक गाड़ी आ जाएगी,उसकी भी जानकारी मिलेगी।