11 साल बाद भी बिल्डर का प्रोजेक्ट अधूरा, गुस्से में निवेशक
Gurugram News Network- बिल्डरों की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि वह निवेशकों से 90 फीसदी तक रुपए लेने के बाद भी प्रोजेक्ट को पूरा नहीं कर रहे हैं। बिल्डर ने सेक्टर-37 सी के एक प्रोजेक्ट में निवेशकों से निवेश कराने के 11 साल बाद भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। परेशान निवेशकों ने हरेरा का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें कोई सहायता नहीं मिली। इससे निवेशक गुस्सा हैं। रविवार को निवेशकों ने पत्रकार वार्ता कर प्रशासन के घेराव की रणनीति तैयार की है।
निवेशक मनमोहन शर्मा, नीरज कुमार, अंजली शर्मा समेत अन्य ने बताया कि उन्होंने ILD बिल्डर के सेक्टर-37 सी में बनाए जा रहे प्रोजेक्ट ILD ग्रीन में साल 2008 में निवेश किया था। यह प्रोजेक्ट साल 2012 में पूरा होना था, लेकिन आज तक यह प्रोजेक्ट अधूरा पड़ा है। बिल्डर ने टावर-2 का कार्य रोक दिया है। टावर-6 व 7 में निवेशकों को कब्जा देने के लिए बकाया 10 फीसदी की डिमांड बिल्डर कर रहा है, लेकिन इन दोनों ही टावर के फ्लैट अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। यह लोगों के रहने लायक ही नहीं है। हैरत की बात यह है कि बिल्डर टावर-6 व 7 की ओसी भी ले चुका है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में वह साल 2019 से हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी ( हरेरा ) अथॉरिटी में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई सकारात्मक रिस्पांस नहीं मिला है। इससे निवेशकों में गुस्सा है। सोमवार को निवेशकों ने पत्रकार वार्ता की। निवेशकों ने हरेरा द्वारा बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने पर रोष व्यक्त किया। इसके साथ ही बिल्डर के खिलाफ प्रशासन को घेरने की तैयारी करते हुए अपनी रणनीति की जानकारी दी। इस संदर्भ में जब ILd के सेल्स हैड मणिकरण दुबे को फोन किया गया तो उनका नंबर बंद मिला।