Gurugram News Network – भाई को पुलिस केस से बचाने के लिए उसके दोस्तों पर विश्वास करना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। दोस्तों ने युवक से करीब 45 लाख रुपए ठग लिए। रुपए देने के बाद भी जब पीड़ित के भाई की गिरफ्तारी हो गई तो उसने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस को दी शिकायत में नाथूपुर के रहने वाले सुमित यादव ने बताया कि उसके छोटे भाई अमित के खिलाफ 2 अक्टूबर को डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस ने एक केस दर्ज किया था। इस मामले में गिरफ्तारी से उनका भाई बच रहा था। केस से बचाने के लिए सुमित ने अमित के दोस्त सुलतानपुर दिल्ली के रहने वाले प्रिंस से संपर्क किया जिसने अमित को केस से बचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि प्रिंस ने उनसे कहा था कि उसकी पुलिस अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। केस से बचाने के लिए पहले प्रिंस ने उनसे 20 लाख रुपए लिए।
यह रुपये प्रिंस को देने के बाद उसे अमित का फोन आया जिसने उसने बताया कि दो अन्य दोस्त मयंक व सोनू को 25 लाख रुपए दे दें ताकि वह उसे केस से बचा ले। आरोप है कि सुमित ने जमीन गिरवी रखकर रुपयों का इंतजाम किया और उन्हें 25 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद भी अमित की पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली। इस पर सुमित ने अमित के दोस्तों को दिए गए 45 लाख रुपए वापस मांगे तो उन्होंने यह कहकर उन्हें टाल दिया कि रुपए आगे गए हुए हैं जब वापस मिलेंगे तो ही वह उसे लौटाएंगे। इस पर उसने डीएलएफ फेज-3 थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।