पुलिस के गले की फांस बन गया कस्टडी में युवक के ब्रेन डेड होने का मामला
Gurugram News Network- पुलिस कस्टडी में युवक की तबीयत खराब होने व उसका ब्रेन डेड होने का मामला अब पुलिस के गले की फांस बनता जा रहा है। शिवाजी नगर थाना पुलिस ने मामले में लीपापोती करते हुए परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण करने व जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है। उधर, परिजनों का आरोप है कि पीड़ित को घर से लेने के लिए पुलिसकर्मी ही बिजली निगम के कर्मचारी बनकर आए थे। मामले में शिवाजी नगर थाना प्रभारी ने मामले की जांच करने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। संजय को घर से ले जाने का CCTV भी सामने आया है, जिसमे उसे दो लोग कार में बैठा कर ले जाते नजर आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, ओम नगर निवासी दलबीर सिंह ने बताया कि उनके भाई संजय (42) का पड़ोस में एक व्यक्ति से रुपयों का लेनदेन था। रुपए वापस देने के बाद भी उसने संजय पर चेक बाउंस का केस दायर कर दिया था और उसे अदालत से भगोड़ा घोषित करा दिया। 15 जनवरी की दोपहर को दो लोग घर पर आए जो स्वयं को बिजली निगम का कर्मचारी बताते हुए संजय को अपने साथ ले गए। करीब एक घंटे बाद उन्हें सेक्टर-10 सिविल अस्पताल से फोन आया कि संजय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दलबीर ने बताया कि जब वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अस्पताल पहुंचे तो यहां वही दो व्यक्ति मिले जो संजय को घर से अपने साथ लाए थे। उन्होंने स्वयं को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि वह उसे चेक बाउंसिंग के मामले में हिरासत में लेकर आए थे जहां उसकी तबीयत खराब हो गई। संजय की हालत को देखते हुए परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसका ब्रेन डेड होना बताया। ऐसे में मंगलवार को परिजन संजय को दिल्ली के एम्स अस्पताल ले गए हैं।
घर से संजय को हिरासत में लेने के बाद उसकी तबीयत ख़राब होने का मामला तूल पकड़ता देख पुलिस ने संजय की मां चंद्रावती की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ संजय का अपहरण करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है। उधर, शिवाजी नगर थाना प्रभारी का कहना है कि संजय को घर से ले जाने वाले युवक पुलिसकर्मी हैं अथवा नहीं यह जांच का विषय है। संजय के सामने वाले घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला जा रहा है। जांच के बाद ही वह कुछ कह पाएंगे।