बैंक मैनेजर चला रहे थे साइबर ठगी का रैकेट,चार गिरफ्तार
15 से 20 हजार रुपए में साइबर ठग को उपलब्ध कराते थे बैंक खाते, सात महीने में आरोपियों ने खोले 2 हजार खाते, 18 खाते ठगी में उपयोग मिले
Gurugram News Network – साइबर थाना मानेसर पुलिस ने कोटेक महिंद्रा बैंक के तीन मैनेजर सहित एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। यह चारों मिलकर शहर में साइबर ठगी का रैकेट चला रहे थे। साइबर ठग जहां लोगों को अपने जाल में फंसा रहा था तो वहीं यह तीनों मैनेजर इस ठग की मदद करते हुए उसे ठगी की राशि लेने के लिए बैंक खाते उपलब्ध करा रहे थे। एक बैंक खाता उपयोग करने के लिए यह आरोपी साइबर ठग से 15 से 20 हजार रुपए वसूलते थे।
एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि 18 नवंबर 2023 को मानेसर साइबर थाने में एक व्यक्ति ने शिकायत देकर बताया था कि उन्हें एक व्यक्ति ने फोन करके सूचना दी थी कि उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल का प्रारंभिक बिल भरने के लिए 10 हजार रुपए की जरूरत है। ऐसे में व्यक्ति ने अपने बेटे की जान बचाने के लिए फोन करने वाले को 10 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। अपने साथ हुई ठगी की शिकायत उसने पुलिस को दी।
मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों नूंह निवासी हयात, गुरुग्राम के राठीवास के रहने वाले मोहित राठी, बिलासपुर थाना क्षेत्र निवासी महेश कुमार व महु उत्तर प्रदेश के रहने वाले विश्वकर्मा मौर्या को काबू कर लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि मोहित राठी कोटेक महिंद्रा बैंक में असिस्टेंट मैनेजर हैं जबकि महेश कुमार व विश्वकर्मा मौर्या डिप्टी मैनेजर हैं।
हयात मेवात का साइबर ठग है जिसने महेश कुमार से संपर्क किया और उसे अपने साथ मिलाया।महेश ने मोहित और विश्वकर्मा माैर्या के साथ मिलकर साइबर ठगी के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराते थे। यह दोनों सात महीने से कोटेक महिंद्रा बैंक में कार्यरत थे और इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान करीब 2 हजार बैंक खाते खोले हैं जिनमें से प्रारंभिक तौर पर 18 बैंक खातों का उपयोग साइबर फ्रॉड में मिल गया है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।