दहेज की भेंट चढ़ी एक और विवाहिता
Gurugram News Network – बादशाहपुर थाना एरिया में एक और विवाहिता दहेज की बलि चढ़ गई। परिजनों का आरोप है कि मृतका का पति और उसके ससुराल पक्ष के लोग न केवल मारपीट करते थे बल्कि उसे एक कमरे में बंद करके खाना तक नहीं देते थे। इस रवेये को लेकर कई बार पंचायतों का दौर भी हुआ। लेकिन आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। फिलहाल बादशाहपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में फरीदाबाद निवासी छोटूराम ने बताया कि उन्होंने अपनी भाई की बेटी ललिता और सीमा को गोद लिया हुआ था। मैंने कुछ वर्ष पूर्व ललिता की शादी गुड़गांव के सैनी खेड़ा निवासी पंकज के साथ की थी, लेकिन दोनों में मतभेद होने के कारण उनका फरीदाबाद अदालत से तलाक करवा दिया। तलाक के बाद उन्होंने ललिता की शादी बादशाह पुर निवासी भगत सिंह से करा दी।
छोटूराम ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से भगत सिंह वह उसके परिवार के अन्य लोग ललिता को दहेज के लिए परेशान करने लगे और उसके साथ मारपीट करने लगे। ललिता ने उन्हें बताया था कि भगत सिंह व उसके परिवार के अन्य लोग उसे एक कमरे में बंद रखते हैं तथा कई दिनों तक भूखा रखते हैं। उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता है। उन्होंने बताया कि भगत सिंह बादशाहपुर में एक दुकान खरीदना चाहता था जिसके लिए वह रुपयों की मांग कर रहा था। उन्होंने बताया कि भगत सिंह व उसके परिवार के लोगों ने ललिता को डरा धमका कर कुछ कोरे कागजों पर साइन भी करा लिए थे।
इस बारे में जब उन्हें पता लगा तो पंचायतों का दौर शुरू हो गया। पंचायत में भगत सिंह व उसके परिवार द्वारा माफी मांगी गई और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने का आश्वासन दिया, लेकिन उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। रविवार को उनको सूचना मिली थी ललिता को मृत अवस्था में आर्टेमिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छोटूराम अपने परिवार के साथ अस्पताल पहुंच गए जहां उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस में शिकायत के आधार पर भगत सिंह, सास मीना, ननंद रजनी व ज्योति, ससुर हीरालाल उर्फ लाला समेत देवर राजू के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।