Chintels Society का A Tower भी असुरक्षित,ऑडिट रिपोर्ट में हुआ खुलासा
बिल्डर ने मार्च में ए, बी, सी टावर का मेसर्स सीएसआईआर-सीबीआरआई संरचनात्क ऑडिट कराया था। बीती 16 अगस्त को कंपनी ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि टावर-सी संरचनात्मक ऑडिट रहने के लिए उपयुक्त नहीं है। अब दो दिन पहले जांच एजेंसी ने ए टावर की रिपोर्ट बिल्डर को सौंप दी है। इसमें ए टावर को भी रहने योग्य नहीं पाया गया है। बिल्डर इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को देगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Gurugram News Network – Chintels Society का A tower भी लोगों के रहने योग्य नहीं है। टावर की आई संरचनात्मक रिपोर्ट में हुआ खुलासा। बिल्डर जल्द सोसाइटी की आरडब्ल्यूए और जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपेगा। उसके बाद आगामी फैसला लिया जाएगा। बता दे कि बिल्डर ने सीएसआईआर-सीबीआरआई को ए, बी और सी टावर में संरचनात्मक ऑडिट का काम सौंपा था। टावर-ए की भी रिपोर्ट आ गई और टावार को असुरक्षति बताते हुए रहने के लायक नहीं बताया गया है।
अगस्त में आई रिपोर्ट में सी टावर को अनसेफ बताया गया था। अभी बी टावर की रिपोर्ट नहीं आई है। सोसाइटी के नौ टावरों में से अभी सरकार ने छह टावरों को ही असुरक्षित घोषित किया हुआ है। बिल्डर एक-दो दिन में इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को देगा।
बता दे कि Chintels Society का टावर डी में 10 फरवरी 2022 में हुए हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई थी। उसके बाद आईआईटी दिल्ली की टीम को टावरों के संरचनात्मक ऑडिट की जिम्मेदारी दी गई थी। जांच में डी, ई, एफ, जी और एच को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था और उन्हें अब तोड़ने की कार्रवाई चल रही है।
बिल्डर ने मार्च में ए, बी, सी टावर का मेसर्स सीएसआईआर-सीबीआरआई संरचनात्क ऑडिट कराया था। बीती 16 अगस्त को कंपनी ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि टावर-सी संरचनात्मक ऑडिट रहने के लिए उपयुक्त नहीं है। अब दो दिन पहले जांच एजेंसी ने ए टावर की रिपोर्ट बिल्डर को सौंप दी है। इसमें ए टावर को भी रहने योग्य नहीं पाया गया है। बिल्डर इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को देगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Chintels Society के असुरक्षित पांच टावरों को तोड़ने का काम चल रहा है। इसके तहत असुरक्षित टावरों से केंद्रीयकृत बिजली, पानी व फायर सिस्टम को निकालकर शिफ्ट किया जा रहा है। इसके बाद एडिफिस कंपनी तोड़ने का बड़े स्तर पर काम शुरू करेगी। दूसरी ओर अब जे टावर में रह रहे परिवारों ने अभी फ्लैट खाली नहीं किया है। अब इसे भी तोड़ने का काम चलेगा।
सरकार ने छह टावरों को अनसेफ बताया और उन्हें तोड़ने को लेकर काम चल रहा है। आरडब्ल्यूए के अनुसार अभी सी और ए को लेकर प्रशासन से कोई कदम नहीं उठाया है। ऐसे में अभी यह रिपोर्ट बिल्डर तक ही समिति है। उनका कहना है कि ए,बी व सी टावर का थर्ड पार्टी मूल्यांकन होना चाहिए। उनका कहना है कि नौ टावरों में से छह को भी अनसेफ बताया गया है।
आरडब्ल्यूए प्रधान राकेश हुड्डा ने बताया कि ए की रिपोर्ट जांच एजेंसी ने बिल्डर को दे दी है। अभी बिल्डर ने आरडब्ल्यूए को नहीं दिया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। लोगों की मांग है कि पहले से अनसेफ बताए गए सी टावर का थर्ड पार्टी मूल्यांकन कराया जाए। ए टावर की रिपोर्ट मिलने पर आरडब्ल्यूए अपना पक्ष रखेगा।