कोरोना की तीसरी लहर फर्जी तो नहीं…
CM फ्लाइंग के डीएसपी इंद्रजीत ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि DLF फेज-3 की गुड हेल्थ डायग्नोस्टिक लैब पर कोविड पॉजिटिव की फर्जी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इस पर टीम ने सोमवार को एक डेकॉय कस्टमर लैब पर भेजा जिसने कोविड की पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार करने के लिए सौदा तय किया। तय सौदे के मुताबिक, रकम देने के बाद लैब संचालक ने उसे मंगलवार को रिपोर्ट देने के लिए बुलवाया। यह रिपोर्ट SRL लैब की दी जानी थी।
मंगलवार को जब डेकॉय कस्टमर रिपोर्ट लेने पहुंचा तो उसने रिपोर्ट लेते ही CM फलाइंग को इशारा कर दिया जिसके बाद टीम ने छापा मारकर मौके पर मौजूद लैब असिस्टेंट को काबू कर लिया। आरोपी की पहचान दिल्ली महिपालपुर निवासी संजीव के रूप में हुई।
पूछताछ में लैब असिस्टेंट संजीव ने बताया कि यह लैब उत्तर प्रदेश निवासी अनुज की है जो सिकंदरपुर में परिवार के साथ रहता है। यह लैब पिछले पांच महीने से चला रहा था, जिसका SRL डायग्नोस्टिक सेंटर से टाइअप था। अनूप 12वीं पास है और उसने लैब तकनीशियन का कोर्स किया हुआ है। आरोपी 2 से 5 हजार रुपए लेकर फर्जी रिपोर्ट तैयार करते थे। इसके अलावा कोविड टेस्ट के लिए निर्धारित 299 रुपए की जगह 900 रुपए लेते थे। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह रिपोर्ट उन्हें SRL की तरफ से ही मेल पर भेजी जाती थी, जिसका वह प्रिंट निकालकर कस्टमर को दे देते थे।