Gurugram News Network – सेंट्रल पेरिफेरल रोड (सीपीआर) के नजदीक बसी एवीएल 36 सोसाइटी की बिजली केबल क्षतिग्रस्त होने के कारण 150 से अधिक परिवारों को परेशान होना पड़ा। द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण सोसाइटी निवासियों ने 15 घंटे खुले आसमान के नीचे गुजारे। सोसाइटी के बुजुर्ग व बच्चे रात सो कर नींद पूरी करते दिखाई दिए। इसके अलावा, शहर के आधा दर्जन से ज्यादा इलाकों में गुरुवार रात और शुक्रवार दिन में भी बिजली की आंख मिचौली जारी रही।
सेक्टर-36 एवीएल – 36 सोसाइटी निवासी अमरेंद्र झा ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य सोसाइटी निवासियों के लिए मुसीबत बन गया है। लापरवाही से किये जा रहे कार्य के कारण आए दिन सोसाइटी में बिजली आपूर्ति के लिए डली भूमिगत केबल क्षतिग्रस्त हो जाती है। जिसका खामियाजा सोसाइटी के लोगों को परेशान होकर भुगतना पड़ता है। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह सोसाइटी के गेट के सामने सीवर लाइन डालने के काम के दौरान कर्मचारियों ने बिजली की केबल क्षतिग्रस्त कर दी थी। गुरुवार सुबह 11:30 बजे बिजली गुल हो गई। सोसाइटी में बिजली आपूर्ति सुचारू करने वाली एजेंसी से की गई।
करीब सात घंटे तक भी बिजली न आने पर स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। जिसके बाद एजेंसी हरकत में आई और फाल्ट ढूंढने लगी। बिजली न आने से परेशान लोगों ने सोसाइटी के पार्क में ही अपना डेरा साल लिया। रात को बुजुर्ग व बच्चे पार्क में खुले आसमान के नीचे ही सोने को विवश हो गए। उन्होंने बताया कि स्थानीय निवासियों से मेंटिनेंस एजेंसी निर्धारित चार्ज लेती है, लेकिन लाइन में फाल्ट आने पर एजेंसी बिजली निगम पर ही अपनी जिम्मेदारी छोड़ देती है। मेंटिनेंस एजेंसी और बिजली निगम के बीच खींचतान का खामियाजा लोगों को परेशां होकर भुगतना पड़ता है। फाल्ट को देर रात तक ठीक कर व्यवस्था को सुचारू किया गया।