दस सेक्टर में जीएमडीए ड्रेनेज सिस्टम को करेगा मजबूत,51 करोड़ रुपये होंगे खर्च
जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल ने कहा ककि इन क्षेत्रों में मास्टर ड्रेनेज सिस्टम प्रदान करने और नागरिकों के लाभ के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचे की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए जीएमडीए द्वारा कार्य किए जा रहे हैं। इन दोनों विकास कार्यों के टेंडर एजेंसी को आवंटित किए गए है और इन्हें जल्द की शुरू कर दिया जाएगा।
Gurugram News Network – शहर में जल निकासी नेटवर्क को और मजबूत करने तथा मानसून में बरसाती पानी की निकासी को सुनिश्चित करने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) न्यू गुरुग्राम में मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन बिछाने का काम शुरू करने जा रहा है। इस परियोजना में सेक्टर 68-75 में आरसीसी बॉक्स टाइप मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन का निर्माण तथा न्यू सेक्टर 112-115 में आरसीसी बॉक्स टाइप मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। दोनों ही काम जीएमडीए द्वारा एजेंसी को आवंटित किए गए हैं।
जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल ने कहा ककि इन क्षेत्रों में मास्टर ड्रेनेज सिस्टम प्रदान करने और नागरिकों के लाभ के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचे की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए जीएमडीए द्वारा कार्य किए जा रहे हैं। इन दोनों विकास कार्यों के टेंडर एजेंसी को आवंटित किए गए है और इन्हें जल्द की शुरू कर दिया जाएगा।
सेक्टर 68 से 75 में ड्रेनेज की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए लगभग 17.63 किलोमीटर लंबी ड्रेन नेटवर्क बिछाई जाएगी, जिसमें विभिन्न आकारों के आरसीसी बॉक्स टाइप स्टॉर्म वाटर ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। इस नेटवर्क के बरसाती पानी को वाटिका चौक से एनएच 48 तक निर्माणाधीन मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन में और फिर अंततः लेग-III बादशाहपुर ड्रेन में डाला जाएगा।
कवर किए गए क्षेत्रों में सेक्टर 68, 69, 70, 70ए, 71, 72, 75, 7ए, 71, 73 और 74 शामिल हैं। सेक्टर 68-75 में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज प्रदान करने की परियोजना 51 करोड़ रुपये की लागत से निष्पादित की जाएगी और 22 महीने की अवधि के भीतर पूरी हो जाएगी।
सेक्टर 112-115 के ड्रेनेज प्रोजेक्ट के तहत लगभग 7.59 किलोमीटर लंबी की ड्रेन नेटवर्क बिछाई जाएगी, जिसमें विभिन्न आकारों के आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा। संपूर्ण ड्रेनेज सिस्टम को मास्टर लेग-1 ड्रेन से जोड़ा जाएगा, जो इन क्षेत्रों में पहले से मौजूद है। इसके अतिरिक्त, भारी मानसून में मुख्य ड्रेन के किसी भी ओवरफ्लो को रोकने के लिए सेक्टर 115 में लेग-1 ड्रेन के पास एक पंपिंग स्टेशन भी बनाया जाएगा।
लेग-1 और प्रस्तावित नए ड्रेन के बैक फ्लो की किसी भी संभावना से बचने के लिए भारी मानसून के दौरान पंपिंग सिस्टम को चालू रखा जाएगा। सेक्टर 112-115 में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज प्रदान करने की परियोजना 32.80 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित की जाएगी और परियोजना का पूरा होने का समय 19 महीने है।
वर्तमान में, तीन मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन हैं जो शहर के स्टॉर्म वाटर को नजफगढ़ ड्रेन तक ले जाते हैं, अर्थात लेग-1 ड्रेन (सिकंदरपुर से पालम विहार होते हुए नजफगढ़), लेग-2 ड्रेन (सेक्टर 42 से हुडा सिटी सेंटर होते हुए नजफगढ़) और लेग-3 ड्रेन (घाटा गांव से वाटिका चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर 99 होते हुए नजफगढ़ ड्रेन) जिसे बादशाहपुर ड्रेन भी कहा जाता है।
जीएमडीए द्वारा सेक्टर 69, 70, 75 और 75ए के साथ वाटिका चौक से एनएच-48 तक लगभग 5 किलोमीटर लंबी ड्रेन बिछाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। पूरा होने पर यह ड्रेन गुरुग्राम शहर के लेग-4 ड्रेन के रूप में कार्य करेगा और भारी मानसून के दौरान बादशाहपुर ड्रेन (लेग-3) पर बोझ को भी कम करेगा।