आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया बदलाव,मिलेनियम सिटी में घर खरीदने का मौका
आगामी त्योहारों के सीज़न को ध्यान में रखते हुए, इस स्थिरता से कर्ज़ की ब्याज दरों का बोझ नहीं बढ़ेगा, जिससे रियल एस्टेट परियोजनाओं में लोगों की रुचि बढ़ेगी। एक साल से अधिक समय से रेपो रेट में कोई बदलाव न होने के कारण, खरीदार अब बढ़ती ऋण ब्याज दरों के डर के बिना प्रॉपर्टी में निवेश जारी रख सकते हैं।
Gurugram News Network – भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 51वीं मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज यह घोषणा की कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब यह है कि आपके लोन की ईएमआई में न तो वृद्धि होगी और न ही कमी। यह लगातार दसवीं बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50% पर स्थिर रखा है।
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड फाउंडर और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल का कहना है आरबीआई ने उम्मीदों के मुताबिक यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया है, क्योंकि मुद्रास्फीति को नियंत्रित रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है। हालांकि यूएस फेड की हालिया रेट कट ने भारत में उम्मीदें जगाई हैं, लेकिन हमारे केंद्रीय बैंक का मुद्रास्फीति नियंत्रण पर ध्यान स्पष्ट है।
रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने बताया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक बार फिर रेपो रेट को स्थिर रखते हुए विकास की गति को बनाए रखा है। इसके साथ ही अपने रुख को न्यूट्रल बताकर साफ कर दिया है कि आने वाले समय में रेपो रेट में कमी आएगी। आगामी त्योहारों के सीज़न को ध्यान में रखते हुए, इस स्थिरता से कर्ज़ की ब्याज दरों का बोझ नहीं बढ़ेगा, जिससे रियल एस्टेट परियोजनाओं में लोगों की रुचि बढ़ेगी। एक साल से अधिक समय से रेपो रेट में कोई बदलाव न होने के कारण, खरीदार अब बढ़ती ऋण ब्याज दरों के डर के बिना प्रॉपर्टी में निवेश जारी रख सकते हैं।
लैंडमार्क ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन संदीप छिल्लर ने कहा कि बाजार की सकारात्मक स्थिति में, लगातार दसवीं बार रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखना रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक बड़ा समर्थन है। इस समय आवासीय क्षेत्र में मांग अपने उच्चतम स्तर पर है, और त्योहारों के मौसम में हम उम्मीद कर रहे हैं कि हाउसिंग बिक्री के नए रिकॉर्ड बनेंगे। लोन रेट स्थिर रहने से संभावित घर खरीदारों की संख्या बढ़ेगी, जिससे यह सेक्टर लगातार आगे बढ़ेगा और नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।
डायरेक्टर 360 के संजीव अरोडा ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से रियल एस्टेट सेक्टर आरबीआई के रेपो रेट को 6.5% पर बनाए रखने के फैसले पर उत्सुकता से नज़र रख रहा है। पोटेंटाइल बायर्स स्टेब्लिटी के परिणामस्वरूप अधिक आश्वस्त और उत्साहित महसूस कर रहे हैं, जो रेजिडेंशियल और कमर्शियल सेक्टर में इन्वेस्टमेंट को प्रोत्साहित कर रहा है – खासकर जब त्यौहार नज़दीक आ रहे हैं।
अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल का कहना है रेपो रेट को स्थिर रखने के आरबीआई के फैसले से हाउसिंग मार्केट पर सकारात्मक असर पड़ेगा। यद्यपि आवास की लागत बढ़ रही है, स्थिर गृह ऋण दरें संभावित खरीदारों को बहुत जरूरी राहत प्रदान करती हैं। यह स्थिरता उपभोक्ता विश्वास को बढ़ाकर और क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करके खरीदारों और डेवलपर्स दोनों को लाभान्वित करती है।
ट्रेवॉक के मैनेजिंग डायरेक्टर के गुरपाल सिंह चावला का कहना है कि आरबीआई का रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला बहुत अच्छा है, खासकर जब हम त्योहारों के समय में हैं। यह स्थिरता न सिर्फ घर खरीदने वालों का भरोसा बढ़ाती है, बल्कि बैंकों के लिए भी अच्छे लोन विकल्प देने का मौका देती है, जिससे इस शुभ समय में घर खरीदना और भी आसान हो जाता है।