तैयारी: मेट्रो स्टेशन के लिए जमीन का अधिग्रहण होगा
28.5 किलोमीटर लंबे ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट के तहत 27 मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाना है। इसमें हीरो होंडा चौक पर इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाना है, जोकि नमो भारत ट्रेन स्टेशन और मेट्रो स्टेशन को आपस में जोड़ेगा। वहीं, हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक के बीच में उद्योग विहार फेज-छह मेट्रो स्टेशन तैयार किया जाना है।
Gurugram News Network – मेट्रो रूट में उद्योग विहार फेज-छह में मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। मेट्रो स्टेशन हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक के बीच बनेगा। दोनों चौक के बीच में जमीन नहीं होने के कारण गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) ने यह फैसला लिया है। जमीन मिलने में दिक्कत आती है तो जीएमआरएल की तरफ से सड़क के बीच में मेट्रो स्टेशन के निर्माण की योजना तैयार की जाएगी। फिलहाल जीएमआरएल ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना अधिकारी को इस दोनों चौक के बीच करीब 3.2 किलोमीटर लंबी रोड पर मेट्रो पिलर खड़े करने के लिए छह मीटर जमीन छोड़ने के लिए पत्र लिखा है।
28.5 किलोमीटर लंबे ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट के तहत 27 मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाना है। इसमें हीरो होंडा चौक पर इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाना है, जोकि नमो भारत ट्रेन स्टेशन और मेट्रो स्टेशन को आपस में जोड़ेगा। वहीं, हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक के बीच में उद्योग विहार फेज-छह मेट्रो स्टेशन तैयार किया जाना है।
एनएचएआई की तरफ से हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक तक रोड की चौड़ाई बढ़ाने के साथ-साथ इसके ऊपर फ्लाईओवर का निर्माण करना है। इस रोड पर मेट्रो का स्टेशन प्रस्तावित है, जिसको ध्यान में रखते हुए इस रोड के निर्माण का डिजाइन बनाया जाएगा। जीएमडीए ने एनएचएआई से आग्र्रह किया है कि मुख्य रोड के साथ-साथ सर्विस रोड को भी तीन-तीन लेन का तैयार किया जाना है। पानी, बिजली, सीवर और बरसाती नाला निर्माण भी तैयार किया जाना है। पहले इस रोड पर मेट्रो पिलर के लिए चार मीटर जमीन को आरक्षित करने की योजना थी, लेकिन जीएमआरएल ने छह मीटर आरक्षित करने की मांग रख दी है।
बरसाती नाला निर्माण के लिए जीएमडीए ने साढ़े 15 करोड़ रुपये का इस्टीमेट बनाया है। मौजूदा बरसाती नाले को हटाया जाएगा। जीएमडीए ने इस इस्टीमेट को बनाकर एनएचएआई को सौंप दिया है। पानी, सीवर, बिजली, बरसाती नाला और मेट्रो लाइन को ध्यान में रखते हुए इस रोड का डिजाइन सलाहकार एजेंसी से एनएचएआई की तरफ से तैयार करवाया जाएगा।