कबूत्तर बाजी में यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार,पहले भी दर्ज है कई मामले
नौकरी के नाम पर लाऊस, कंबोडिया और वियतनाम भेजकर साइबर ठगी करवाने का आरोप,पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
Gurugram News Network-नौकरी के नाम पर विदेश भेजकर बना साइबर ठगी कराने के मामले में पुलिस ने यूट्यूबर बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है। कटारिया पर यूपी मूल के दो युवकों से लाखों रुपए लेकर उन्हें वैन्टाईन भेजकर बंधक बना चाईनीज कम्पनी में लेकर जाने का आरोप है। वहां उनके साथ मारपीट करके, पासपोर्ट छीन लिए गए और उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साईबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। जैसे-तैसे युवक मौका पाकर वहां से भाग निकले और इंडियन एंबेसी पहुंच वापिस भारत आ गए। पीडि़त युवकों का आरोप है कि जिस कंपनी में उन्हें बंधक बनाया गया, वहां करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी करके लाये गये थे। जिनमें महिलाए भी शामिल हैं, जिनको बॉबी कटारिया जैसे दलालों ने नौकरी का झांसा देकर मानव तस्करी करके भेजा हुआ है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बजघेड़ा थाना पुलिस को यूपी के फतेहपुर निवासी अरुण कुमार व हापुड़ निवासी मनीष तोमर ने दी शिकायत में बताया कि वह बेरोजगार थे। वे इंस्टाग्राम पर अपने-अपने स्तर पर यूट्यूबर बॉबी कटारिया के टच में थे। बॉबी के यूट्यूब चैनल एमबीके का साथ में उन्होंने विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देखा। जिसके बाद उन्होंने बॉबी कटारिया से उसके मोबाइल पर कॉल किया और व्हाट्सएप पर सम्पर्क किया। बॉबी ने उन्हें विदेश में नौकरी दिलवाने झांसा देकर अपने सेक्टर-109 स्थित ऑफिस बुलाया। कान्सेंट वन मॉल मे आप वहां पहुंचकर मुझसे मिल सकते है। बोबी कटारिया को हमने सोशल मिडिया पर कई बार देखा था।
जिस पर अरुण कुमार 1 फरवरी 2024 को बॉबी कटारिया से उसके आफिस में मिला। उसने दो हजार रुपए में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद बॉबी कटारिया के कहने पर 13 फरवरी को उसके आफिस के खाता एमबीके ग्लोबल वीजा प्राईवेट लिमिटेड में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद बॉबी कटारिया के कहने पर 14 मार्च को अंकित शौकीन नामक व्यक्ति के खाता में एक लाख और ट्रांसफर किए। बॉबी कटारिया ने शौकीन के व्हाटसएप से वैन्टाईन (एलएओएस) की टिकट भिजवायी। जिसके बाद वह 28 मार्च को बॉबी कटारिया के कहने के मुताबिक एयरपोर्ट पर 50 हजार रुपए यूएसडी में बदलवाकर वैन्टाईन की फ्लाईट में बैठ गया। इसी प्रकार उसके दोस्त मनीष तोमर से भी लाखों रुपए सिंगापुर भेजने के नाम पर लिए गए, लेकिन उसे भी वैन्टाईन की फ्लाईट में बैठा दिया गया।
जब दोनों वैन्टाईन के एयरपोर्ट पर उतरे तो वहां उन्हे अभी नामक युवक मिला। जिसने खुद को बॉबी कटारिया का दोस्त व पाकिस्तानी एजेंट बताया। उसने उन्हें वैन्टाइन के होटल माइकन सन में छोड़ दिया। दूसरे दिन अभी ने उन्हें नावतुई ट्रेन की टिकट कराकर ट्रेन में बैठा दिया। नावतुई स्टेशन से अभी ने टैक्सी द्वारा उन्हें गोल्डन ट्रैंगल छुङ़वा दिया। जहां पर उन्हें अंकित शौकीन व नितीश शर्मा उर्फ रॉकी नामक युवक मिले। जो उन्हें बेनामी चाईनीज कम्पनी में लेका गये। वहां पर दोनों दोस्तों के साथ जमकर मारपीट की गई और उनके पासपोर्ट छीन लिए गए।
वहीं उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साईबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। दोनों को धमकी दी गई कि गई कि यदि उनके अनुसार काम नहीं किया गया तो भारत नहीं पहुंच सकोगे, उन्हें यहीं मार दिया जाएगा। उस कंपनी में करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी करके लाये गये थे। जिनमें महिलाए भी शामिल हैं, जिनको बॉबी कटारिया जैसे दलालों ने नौकरी का झांसा देकर मानव तस्करी करके भेजा हुआ है। जैसे-तैसे युवक मौका पाकर वहां से भाग निकले और इंडियन एंबेसी पहुंच भारत वापस आए और बजघेड़ा थाना पुलिस में शिकायत दी। मामले में सेक्टर-10 क्राइम ब्रांच ने आरोपी बॉबी कटारिया को गिरफ्तार कर लिया और कार्रवाई शुरु कर दी।