द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में एफिल टावर से 30 गुना ज्यादा लगा स्टील
बुर्ज खलीफा से 6 गुना ज्यादा लगी कंक्रीट, देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का प्रधानमंत्री ने किया शुभारंभ
Gurugram News Network- गुरुग्राम में आज द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है। इसके शुरू होने से गुरुग्राम और दिल्ली के बीच लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी। यह देश का पहला एलिवेटेड शहरी एक्सप्रेसवे आठ लेन का है। खास बात यह है कि यह सिंगल पिलर फ्लाईओवर है जिसके निर्माण में एफिल टावर से भी ज्यादा स्टील लगा हुआ है। वहीं, इसके निर्माण में बुर्ज खलीफा के निर्माण में इस्तेमाल की गई कंक्रीट की छह गुना अधिक कंक्रीट लगी है।
इसको तैयार करने में 2 लाख मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है जो एफिल टावर में प्रयुक्त स्टील का 30 गुना अधिक है। वहीं, इसमें 20 लाख क्यूबिक मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है जो बुर्ज खलीफा में इस्तेमाल की गई कंक्रीट का छह गुना है। 9600 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए इस द्वारका एक्सप्रेसवे का करीब 19 किलोमीटर का हिस्सा गुरुग्राम में है जिसके निर्माण में करीब 4 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। वहीं, शेष करीब 10 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में है जिसमेंं एक टनल भी बनाई जा रही है। यह कार्य भी दो महीने में पूरा होने की संभावना है।
आज प्रधानमंत्री ने सेक्टर-84 में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह द्वारका एक्सप्रेसवे जनता को समर्पित कर दिया। इसके गुरुग्राम हिस्से को आम वाहनों के आवागमन के लिए शुरू कर दिया गया है।यह हाई स्पीड द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली में शिव मूर्ति से शुरू होता है। यह दिल्ली में द्वारका सेक्टर-21 से गुरुग्राम होते हुए बसई के रास्ते खेड़कीदौला टोल तक जा रहा है। इसमें बनाए गए सीपीआर से इसे एसपीआर के साथ जोड़ा गया है। इस एक्सप्रेसवे पर चार मल्टी लेवल इंटरचेंज होंगे। इसमें टनल या अंडरपास, एक ग्रेड रोड सेक्शन, एक एलिवेटेड फ्लाइओवर और फ्लाईओवर के उपर फ्लाइओवर शामिल है।
सिंगल पिलर पर आठ लेन की 9 किलोमीटर लंबी और 34 किलोमीटर चौड़ी एलिवेटेड रोड देश की अपनी तरह की पहली रोड है।इसमें देश की सबसे लंबी 3.6 किलोमीटर की सबसे लंबी अर्बन टनल शामिल है। काम पूरा होने के बाद इससे दिल्ली के द्वारका सेक्टर-25 में आगामी इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर तक भी पहुंचने में आसानी होगी। इससे एक टनल के जरिए आईजीआई एयरपोर्ट भी पहुंच सकेंगे। यह गुरुग्राम के सेक्टर-88, 83, 84, 113, 105, 110 ग्लोबल सिटी को भी जोड़ता है।
एक्सप्रेसवे सेफ्टी मैकेनिज्म से पूरी तरह से लैस है। यहां पर टोल कलेक्शन सिस्टम पूरी तरह से ऑटोमेटिक है।इसका चार चरणों में निर्माण किया गया है। पहला, दिल्ली क्षेत्र में महिपालपुर में शिवमूर्ति से बिजवासन तक (5.9 किमी), दूसरा बिजवासन से आरओबी के जरिए गुरुग्राम में दिल्ली हरियाणा सीमा तक (4.2 किमी), तीसरा हरियाणा में दिल्ली बॉर्डर से बसई आरओबी तक (10.2 किमी) तथा चौथा बसई आरओबी से खेड़कीदौला इंटरचेंज क्लोवरलीफ तक (8.7 किमी) है।