Gurugram News Network – चार साल पहले बने इफ्को चौक फ्लाईओवर पर दरार आने के कारणों की जांच पूरी हो गई है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में इसके कारणों का पता लगाया जा चुका है। जांच कमेटी ने इसकी मरम्मत कराए जाने की सिफारिश कर दी है। रिपोर्ट के आधार पर इसकी रिपेयरिंग का कार्य शुरू हो गया है और जल्द ही अब इन दोनों फ्लाईओवर पर वाहन सरपट दौड़ने लगेंगे।
NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद सैफी की मानें तो 8 दिसंबर को इफ्को चौक के स्ट्रेट फ्लाईओवर और यू टर्न फ्लाईओवर में दरार आ गई थी। करीब 150 फीट लंबी इस दरार की जानकारी जब उन्हें लगी तो उन्होंने मामले की जांच शुरू करा दी। जांच के लिए कमेटी गठित की गई। कमेटी ने जांच के दौरान पाया कि यह कोई दरार नहीं है बल्कि दो फ्लाईओवर के बीच का एक्सटेंशन जोड़ है। मोहम्मद सैफी की मानें तो कमेटी की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे फ्लाईओवर की मजबूती पर कोई फर्क नहीं है। इस जोड़ को भरने के बाद इसे वाहनों के लिए दोबारा खोल दिया जाएगा।
आपको बता दें कि एक्सप्रेसवे पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए इफ्को चौक पर दिल्ली से जयपुर जाने वाली साइड मुख्य एक्सप्रेसवे के साथ लगता हुआ एक स्ट्रेट फ्लाईओवर बनाया था। इसके साथ ही सुखराली की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए यूटर्न फ्लाईओवर भी बनाया गया था। इन दोनों फ्लाईओवर के साथ एक अन्य फ्लाईओवर बनाए जाने पर एनएचएआई ने करीब 150 करोड़ रुपए खर्च किए थे। जिन्हें साल 2019 में आम जनता को समर्पित कर दिया था।
फ्लाईओवर में दरार आने और क्षतिग्रस्त होने का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले हीरो होंडा और रामपुरा चौक पर बने फ्लाईओवर का जयपुर से दिल्ली जाने वाली साइड का एक हिस्सा गिर गया था। जांच के दौरान घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल होना पाया गया जिसके बाद हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर के एक हिस्से को तोड़कर दोबारा बनाया गया। जबकि रामपुरा चौक फ्लाईओवर की मरम्मत करा दी गई थी।