Gurugram News Network – NRI की गुरुग्राम में मौजूद करोड़ों रुपए की जमीन हड़पने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में दिल्ली कालका जी तहसील के एक कर्मचारी भी शामिल है। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि एक मार्च 2022 को पूर्ण मनचन्दा नामक व्यक्ति ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में एक दी थी। शिकायत में कहा गया था कि कुछ व्यक्तियों द्वारा SPR रोड पर गांव बेगमपुर खटोला में इसकी जमीन के जाली/फर्जी कागजात के आधार पर रजिस्ट्री कराकर हड़प ली है। पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद 16 मार्च 2022 को जाली/फर्जी कागजातों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री कराकर हड़पने वाले आरोपियों के खिलाफ बादशाहपुर थाने में IPC की धारा 120-B, 420, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज किया था।
इस मामले में एक SIT गठित की गई। पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए GPA के रिकार्ड की असल बही व GPA के रिकार्ड रजिस्टर में रिकार्ड की जांच की गई तो GPA के रिकॉर्ड रजिस्टर का वह पेज फटा मिला, जिसमें उक्त जमीन की GPA का इन्द्राज किया गया था। गुरुग्राम पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई करते विभिन्न रिकॉर्ड, दस्तावेज, साक्ष्य व जानकारी एकत्रित की गई जिनके परिमास्वरुप केस में संलिप्त मिले आरोपियों में से 4 को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान सुभाष चन्द निवासी गांव टोडापुर हेलीमण्डी (गुरुग्राम) वर्तमान पता साऊथ सिटी-2 (गुरुग्राम), टोनी यादव निवासी गांव टोडापुर हेलीमण्डी (गुरुग्राम), संजय गोस्वामी (रिकॉर्ड कीपर तहसील कालकाजी, दिल्ली) व भीम सिंह राठी निवासी सूर्य विहार, गुरुग्राम के रुप में हुई। पुलिस टीम ने 19 सितंबर 2023 को आरोपी सुभाष चन्द व टोनी यादव को गुरुग्राम से, 20 सितंबर 2023 को संजय गोस्वामी को दिल्ली से तथा 26 सितंबर 2023 को भीम सिंह राठी को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुभाष चन्द यह जानता था कि शिकायतकर्ता एक NRI है और अधिकतर वह बाहर (विदेश) में रहता है। तो इसने अपने साथियों के साथ मिलकर NRI की जमीन को हड़पने के ईरादे से जमीन के फर्जी कागजात तैयार कराने व उन कागजात के आधार पर फर्जी तरीके से जमीन रजिस्ट्री कराने की योजना बनाई। आरोपी सुभाष ने अपने अपने भतीजे टोनी (जो वकील है) को कहा कि यदि इस जमीन के कागजात अपने नाम हो जाएं तो अच्छा मुनाफा हो सकता है। योजनानुसार सबसे पहले सुभाष चन्द द्वारा जमीन का सजरा, मुटेशन व सेल डीड इत्यादि दस्तावेज हासिल की गई।
पुलिस प्रवक्ता सुभाष ने बताया कि आरोपी सुभाष चन्द के भतीजे टोनी की कालकाजी तहसील में अच्छी जानकारी थी। टोनी ने कालकाजी तहसील के रिकॉर्ड रुम में अस्थाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत उपरोक्त आरोपी संजय से मिला, जिसको इसने (टोनी) सारी बाते बताई तो संजय ने इसको कहा कि वह इनको वर्ष-1996 की असल बही दे देगा उस बही में से किसी भी एक GPA का कागज निकालकर उसकी जगह एक फर्जी GPA लगा दे, ताकि इनका उस जमीन पर अधिकार बन सके। अक्टूबर-2021 में संजय ने टोनी को वर्ष-1996 की असल बही दे दी। उसके बाद कंप्यूटर/स्केनर व सॉफ्टवेयर के माध्यम से इन्होनें सुभाष चन्द के नाम से एक फर्जी GPA तैयार की और उस फर्जी GPA की कॉपी वर्ष-1996 की असल बही लगा दी।
इन्होनें पूरी असल बही को कॉपी करके उस पर बही का पुराना कवर लगा दिया था, ताकि इनके द्वारा बनाया गया फर्जी GPA वाला कागज अलग से पहचान में ना आ सके, उसके बाद वह असल बही उपरोक्त आरोपी संजय को दे दी और संजय ने वह बही रिकार्ड में रख दी। रिकॉर्ड रुम से असल वही निकालने व वापस जमा करने के लिए आरोपी संजय उपरोक्त ने 5 लाख रुपए लिए थे। फर्जी GPA पर आरोपी सुभाष चन्द की फोटो एल्बम से एक फोटो लेकर लगाया गया था। पुलिस टीम द्वारा आरोपी सुभाष के घर में रखी एल्बम से वह फोटो भी बरामद किया जा चुका है। उसके बाद आरोपियों द्वारा GPA इनके नाम होने की पुष्टि करने के लिए GPA की सर्टिफाईड कॉपी भी प्राप्त की गई थी।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों द्वारा बनाए गए फर्जी GPA में मेजर पी.के. मेहता नामक व्यक्ति को गवाह बनाया गया था, जिसकी वर्ष-2001 में ही एक हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो चुकी थी तथा इसमें दूसरा गवाह संदीप नामक एडवोकेट को बनाया था, जिसके हस्ताक्षर आरोपी टोनी द्वारा किए गए थे।उसके बाद आरोपियों ने फर्जी GPA को आधार बनाकर उपरोक्त केस में शिकायतकर्ता की 15 कनाल 2 मरला जमीन को भीम सिंह राठी, शैल नारंग व औम भाटी द्वारा बताए गए विनोद नामक व्यक्तियों के नाम करा दी। आरोपियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से वारदात करते हुए करीब 40 करोड़ कीमत की जमीन को 6.6 करोड़ रुपयों में खरीदना बताकर एक NRI व्यक्ति की जमीन को अपने नाम कर लिया था।
पूर्ण मनचंदा द्वारा दी गई शिकायत पर दर्ज केस की जांच/तफ्तीश के दौरान जालजासों को फायदा पहुंचाने के लिए EOW शाखा में तैनात ASI प्रदीप द्वारा भी आरोपियों से रुपए लेना पाया जाने पर आरोपी ASI प्रदीप के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की सम्बन्धित धाराओं के तहत केस करके आरोपी ASI प्रदीप को आज 27 सितंबर 2023 को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी उपरोक्त आरोपियों से की गई पुलिस पूछताछ तथा पुलिस टीम द्वारा एकत्रित की गई जानकारी के आधार पर नियामानुसार आगामी कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। मामले की जांच जारी है