Gurugram News Network – अब बरसात के दिनों में गुरुग्राम जिले में बाढ़ जैसे हालात नहीं होंगे। जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की तरफ से एक नई ड्रेन का निर्माण किया जा रहा है। 5 किलोमीटर से लंबी ड्रेन का निर्माण कार्य अक्टूबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
GMDA की प्रवक्ता नेहा शर्मा ने बताया कि बरसात के दिनों में नए गुरुग्राम खास तौर पर सेक्टर-68 से 80 के बीच जलभराव की सबसे ज्यादा समस्या होती है। इस समस्या के समाधान के लिए एक नई ड्रेन बनाई जा रही है। यह ड्रेन नंबर 4 होगी। वर्तमान में तीन अन्य ड्रेन के जरिए बरसात का पानी गुरुग्राम से बाहर नजफगढ़ ड्रेन में छोड़ा जाता है। बादशाहपुर ड्रेन में सबसे अधिक पानी का दबाव होने के कारण पानी की निकासी होने में देरी होती है। पानी की निकासी तेजी से करने के लिए सोहना रोड पर वाटिका चौक से NH-8 तक (SPR के साथ लगते हुए) मास्टर ड्रेन के निर्माण का काम शुरू कर दिया है। 5.2 किमी लंबी प्रबलित सीमेंट कंक्रीट (आरसीसी) बॉक्स ड्रेन सेक्टर-69, 70, 75 और 75ए के किनारे बिछाई जाएगी। यह नाला मानसून के मौसम के दौरान सेक्टर 68-80 से बरसाती जल निकासी की सुविधा प्रदान करेगा और इन सेक्टरों में जल निकासी नेटवर्क को मजबूत करेगा। इसके अलावा, आने वाले समय में इस ड्रेन के निर्माण से भारी बारिश के दौरान बादशाहपुर ड्रेन पर भी दबाव कम होगा और बरसाती पानी के अति प्रवाह पर भी अंकुश लगेगा। यह कार्य 105 करोड़ रुपए की लागत से अक्टूबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।
वर्तमान में, तीन ड्रेन हैं जो शहर के बरसाती पानी को नजफगढ़ नाले तक ले जाते हैं। इनमें लेग-1 ड्रेन (सिकंदरपुर से पालम विहार से नजफगढ़), लेग-2 ड्रेन (सेक्टर 42 हुडा सिटी सेंटर से नजफगढ़) और लेग-3 ड्रेन (घाटा गांव से वाटिका चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर 99 से नजफगढ़ ड्रेन) जिसे बादशाहपुर ड्रेन भी कहा जाता है, शामिल हैं। निर्माणाधीन ड्रेन गुरुग्राम शहर के लेग 4 ड्रेन के रूप में कार्य करेगा। GMDA के कार्यकारी अभियंता पारिख गर्ग ने कहा कि जल निकासी नेटवर्क में सुधार करने और सेक्टर 68-80 में जलभराव की किसी भी समस्या को रोकने के साथ-साथ भारी मानसून के दौरान बादशाहपुर ड्रेन पर बोझ को कम करने के लिए लेग 4 ड्रेन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इससे वहां रहने वाले नागरिकों को काफी राहत मिलेगी।