Gurugram News Network- सीएम फ्लाइंग और अतिरिक्त उपायुक्त की टीम ने डीएलएफ फेज-1 एरिया में फर्जी तरीके से बनाए जा रहे आधार कार्ड सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी द्वारा ढाई से तीन हजार रुपए में फर्जी दस्तावेज बनाकर आधार कार्ड बनाए जाते थे। पुलिस ने एक आरोपी को काबू कर लिया है जिसकी पहचान मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है। मामले में संलिप्त दूसरा आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने यहां से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।
सीएम फ्लाइंग के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि डीएलएफ फेज-1 के कुतुब प्लाजा स्थित यूनियन बैंक में फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। जब टीम मौके पर पहुंची तो सूचना सही पाई गई। यहां से उत्तर प्रदेश के रहने वाले आरिफ को काबू कर पूछताछ शुरू कर गई। पूछताछ में आरिफ ने बताया कि यूनियन बैंक ने लोगों के आधार कार्ड बनाने के कार्य के लिए उसे रखा हुआ है। फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिये इस कार्य में बंगाल निवासी मिराज शामिल है जो गांव चक्करपुर में स्टार बक्स के नाम से सीएससी चलाता है। यहां पर ग्राहकों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसके पास आधार सेंटर पर उन्ही फर्जी दस्तावेज से आधार कार्ड बनाए जाते थे। जिसकी एवज में ग्राहको से ढाई से तीन हजार रुपए प्रति आधार कार्ड लिए जाते थे।
मौके पर मोहम्मद आरिफ के लैपटॉप में कुछ कागजात मिले है। जिनका फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर आधार कार्ड अप्लाई किए गए थे। आरोपी ने यह भी बताया कि काफी लोगों के फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड अप्लाई करके बनाए गए है। आधार कार्ड बनाने में लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, आई स्कैनर व अन्य कागजातों को कब्जे में लिया गया है।
जब एक टीम को चक्करपुर में भेजा गया तो सेंटर संचालक मिराज मौके से फरार हो गया। जिसके सीएससी स्टार बक्स सेंटर से पुलिस को जाली दस्तावेज जिसमें दिल्ली, बिहार, रोहतक के जन्म प्रमाण पत्र, रीमा मेमोरियल पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 प्रिंसिपल की मोहर व वहां रखे कंप्यूटर से एडिटिंग करके बनाए गए पैन कार्ड, वोटर कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुए है जिसके द्वारा काफी समय से यह कार्य किया जा रहा था जिनको सीपीयू सहित कब्जे पुलिस में लिया गया। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा कि इसके द्वारा कितने लोगों के फर्जी दस्तावेज बनाए गए हैं और उनके धार पर कितने आधार कार्ड बनाए गए हैं।