Gurugram News Network – जी-20 शिखर सम्मेलन में पधारने वाले अतिथियों के लिए हर रोज प्रातः काल के दौरान योग अभ्यास का प्रावधान किया जाएगा। योग भारत की प्राचीन पद्धति है, जिसे अपनाकर व्यक्ति निरोगी रह सकता है। गुरुग्राम में 1 से 4 मार्च तक जी-20 शिखर सम्मेलन की होने वाली बैठक की तैयारियों को लेकर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और तैयारियों का जायजा लिया।
उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का ऐलान किया। अब वर्ष 2015 से हर साल योग दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है। शिखर सम्म्मेलन में भाग लेने आने वाले मेहमानों के दिन की शुरूआत योग से होगी। इसके लिए हरियाणा योग आयोग की ओर से चार ऐसे योग प्रशिक्षकों का प्रबंध किया जा रहा है, जो योग आसन करके दिखाने के साथ अंग्रेजी भाषा में सही तरीके योग करने की विधि समझा सकें। आयुष विभाग द्वारा योग अभ्यास करवाने की तैयारियां करवाई जाएगी।
बैठक में बताया गया कि शिखर सम्मेलन के प्रतिभागी अतिथियों के भव्य स्वागत की तैयारियों के साथ इस सम्मेलन के महत्व के बारे में जन सामान्य को अवगत करवाने के लिए वृह्द स्तर पर ब्रांडिंग का कार्य किया जा रहा है। सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक डाॅ कुलदीप सैनी ने बैठक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ते हुए अवगत करवाया कि 400 ऑटो रिक्शा और इतनी ही टैक्सी कैब पर इस इवेंट की ब्रांडिंग करवाई जा रही है। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के 100 बस क्यू शैल्टरों और गुरुग्राम के 200 बस क्यू शैल्टरों, हरियाणा राज्य परिवहन की 300 बसों, 200 विभागीय होर्डिंगो पर शिखर सम्मेलन से संबंधित प्रचार सामग्री लगाई गई है। यही नहीं, प्रदेशभर के सभी कॉमन सर्विस सेंटरों पर स्क्रीन पर जी-20 का लोगो प्रसारित हो रहा है।
रेलवे स्टेशनों पर लगी 100 डिजिटल स्क्रीनों पर सम्मेलन से संबंधित विज्ञापन प्रसारित किया जा रहा है। यही नहीं, गुरुग्राम से चलने वाली अंतर्राज्यीय 8 वोल्वो बसों को शिखर सम्मेलन से संबंधित सामग्री से पूरी तरह कवर किया गया है। ब्रांडिंग के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने रैपिड मेट्रो सेवा के पिल्लर तथा प्लेटफार्म आदि सम्मेलन की सामग्री चस्पा करने के लिए एजेंसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। गणतंत्र दिवस पर चली हरियाणा की झांकी, जिसमें धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र और भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप को प्रदर्शित किया गया था, को भी शिखर सम्मेलन के दौरान प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ झांकी का विवरण और गीता का संदेश डिजिटल स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा ताकि अतिथि उसके महत्व को समझ सकें।
सम्मेलन के प्रतिभागियों को कैमरा म्यूजियम, ट्रांसपोर्ट म्यूजियम, बायोडायवर्सिटी पार्क तथा साइबर हब में सांध्यकालीन भ्रमण के लिए ऑप्शन दी जाएंगी। वे अपनी इच्छानुसार इनमें से किसी भी जगह जा सकते हैं। इन जगहों के बारे में ब्रॉशर तथा डिजिटल तरीके से संक्षिप्त में बताया जाएगा।
उपायुक्त ने बैठक में बताया कि शिखर सम्मेलन के प्रतिभागी अतिथि सुल्तानपुर पक्षी विहार भी जाएंगे, जहां पर उनके स्वागत आदि की तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को इसके लिए ट्रैफिक प्लान तैयार करने के आदेश भी दिए हैं। इन प्रतिनिधियों से वहां पर पौधारोपण भी करवाया जाएगा ताकि सम्मेलन की स्मृति भविष्य में बनी रहे।