Gurugram News Network – वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा दिल्ली-एनसीआर में लागू किए गए ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान की नगर निगम गुरूग्राम द्वारा गंभीरता से पालना सुनिश्चित करवाई जा रही है। इसके तहत एक ओर जहां प्रदूषण के स्तर को ठीक रखने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव व मैकेनिकल स्वीपिंग का उपयोग किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रतिबंधित गतिविधियां करने वालों के नियमानुसार चालान करने की कार्रवाई भी चल रही है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू हो गया है। इसके तहत प्रदूषण बढ़ाने वाली कई प्रकार की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। लागू प्रतिबंधों को निगम क्षेत्र में सुनिश्चित करने के लिए निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा के निर्देश पर गठित टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। अगर कोई व्यक्ति प्रतिबंधित गतिविधियां करता हुआ पाया जाता है, तो उसके नियमानुसार चालान किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को 22 उल्लंघनकर्ताओं के 2 लाख 25 हजार रुपए के चालान किए गए। इनमें कचरा व कोयला जलाने के मामले में दो उल्लंघनकर्ताओं पर 10 हजार रूपए, अनाधिकृत रूप से मलबा फैंकने के मामले में 3 उल्लंघनकर्ताओं पर 60 हजार रूपए, प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कार्य करने व धूल उड़ाने संबंधी गतिविधि के मामले में 2 उल्लंघनकर्ताओं पर 50 हजार रूपए तथा बिना ढक़े निर्माण सामग्री रखने के मामले में 12 उल्लंघनकर्ताओं पर 1 लाख 5 हजार रुपए के चालान शामिल हैं।
नगर निगम गुरूग्राम की पर्यावरण एवं स्थिरता विंग के नोडल अधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान के लागू होने के बाद अक्तुबर माह में 92 उल्लंघनकर्ताओं पर 15 लाख 93 हजार रूपए का जुर्माना किया गया है। इनमें कचरा जलाने, अवैध रूप से सीएंडडी वेस्ट डंपिंग, धूल उड़ाने वाली गतिविधियां करने, प्रतिबंध के बावजूद तंदूर का इस्तेमाल, प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कार्य जारी रखने, बिना ढक़े निर्माण सामग्री रखने व परिवहन करने आदि उल्लंघनाएं शामिल हैं।