Gurugram News Network – अब तक आपने भर्ती परीक्षा में एक के स्थान पर दूसरे कैंडिडेट के जाने के बारे में सुना होगा, लेकिन गुड़गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल ड्राइवर भर्ती परीक्षा में कैंडिडेट के स्थान पर परीक्षा देने वाले मुन्ना भाई को एग्जाम सेंटर के अधिकारी ने पहले ही बाथरूम में छिपा दिया। जब चेकिंग के बाद कैंडिडेट परीक्षा के लिए कंप्यूटर लैब में पहुंचा तो वह परीक्षा के बीच से उठकर बाथरूम करने के लिए गया जहां मुन्ना भाई (फर्जी कैंडिडेट) ने उसका स्थान ले लिया। इस बारे में खुलासा होने पर फर्रूखनगर थाना पुलिस ने एग्जाम सेंटर के आईटी मैनेजर समेत तीन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी शिकायत में टीसीएस कंपनी के ऑपरेशन एग्जीक्यूटिव विवेक भारद्वाज ने कहा कि उनकी कंपनी दिल्ली पुलिस में ड्राइवर कांस्टेबल भर्ती की परीक्षा आयोजित कराती है। फर्रूखनगर के खेड़ा खुर्रमपुर सेंटर में सुबह की पहली शिफ्ट में आयोजित की जाने वाली परीक्षा में महेंद्रगढ़ के ललित यादव को लैब 3 में परीक्षा दे रहे थे। परीक्षा में जांच के दौरान टेस्ट सेंटर एडमिनिस्ट्रेटर को एक युवक मिला जो काफी नर्वस था और उनके किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पा रहा था। दबाव देकर पूछताछ करने पर सामने आया कि वह ललित यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए पहुंचा है। उसका असली नाम जयवीर है।
इस पर उन्होंने ललित यादव को दबोचा और उससे पूछताछ की तो सामने आया कि ललित ने टीसीएस कंपनी के आईटी मैनेजर तरुण शुक्ला के साथ मिलकर यह षड़यंत्र रचा था। योजना के अनुसार ललित यादव के एग्जाम के दौरान बाथरूम जाने के दौरान जयवीर उसके स्थान पर पेपर देने के लिए लैब में चला जाएगा और पेपर पूरा होते ही जयवीर वापस बाथरूम में पहुंच जाएगा और ललित वापस लैब में चला जाएगा। एग्जाम सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह पूरा घटनाक्रम साफ देखा गया है। इसके साथ ही यह भी पाया कि तरुण ने दोनों की एग्जाम सेंटर में प्रवेश करने में मदद की। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।