Gurugram News Network - बजरंग दल के कार्यकर्ता और गौ रक्षक मोनू मानेसर समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या व अपहरण का मामला दर्ज किए जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। विश्व हिंदू परिषद ने साफ कर दिया है कि यदि राजस्थान पुलिस ने बिना जांच किए ही मोनू मानेसर तथा अन्य बजरंग दल कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की तो एक बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। यह आंदोलन केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि राजस्थान तक जाएगा। मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने सीबीआई जांच की मांग की है। शुक्रवार को बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने गुरुग्राम के एक निजी होटल में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया जिसमें उन्होंने साफ कर दिया कि मोनू मानेसर या अन्य कार्यकर्ताओं को यदि राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेंगे।
विहिप के प्रदेश अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि हरियाणा के लोहारू में एक जली हुई गाड़ी में कुछ जले हुए नर कंकालों का मिलना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह आग किसी दुर्घटना में लगी है या किसी ने लगाई है, अभी इस पर जांच होनी बाकी है। गाड़ी राजस्थान की है परंतु कंकाल किसके हैं, यह भी अभी जांच का विषय है। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान के भरतपुर जिले के दो युवक लापता है, जिन पर गौ तस्करी के अनेक मामले पहले से चलना बताए जा रहे हैं। एक तस्कर के भाई ने बजरंग दल के कुछ चर्चित नामों के बारे में संदेह व्यक्त किया है। इस कांड में बजरंग दल का नाम अनावश्यक रूप से लिया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के मामलों में राजस्थान सरकार की भूमिका वोट बैंक की राजनीति से हमेशा प्रभावित रही है। एक राजनीतिक एजेंडे के तौर पर भी बजरंग दल का नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए यह मामला सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। जांच पूरी होने तक किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने साफ कर दिया कि यदि मामले की जांच पूरी किए बिना केवल तस्कर के भाई द्वारा उनका नाम लिए जाने पर यदि किसी भी बजरंग दल के कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में मोनू मानेसर का नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है क्योंकि मोनू गौ तस्करी को रोकने के लिए सबसे सक्रिय कार्य कर रहा है। तस्करी रुकने के कारण उसे रास्ते से हटाने के लिए यह साजिश रची जा रही है। वहीं मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उसका या उसके साथियों का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है। जिस वक्त की यह घटना बताई जा रही है उस वक्त वह अपने साथियों के साथ सोहना रोड स्थित एक होटल में थे। मामले की यदि निष्पक्ष जांच की जाए तो पूरा सच सबके सामने आ जाएगा।