
Gurugram News Network- नगर निगम कमिश्नर पी सी मीणा ने कार्यभार संभालते ही कर्मचारियों पर लगाम कसनी शुरू कर दी हैं। निगम कमिश्नर ने अपने सख्त तेवर दिखाते हुए सराय अलावर्दी चौक से ड्रेनेज की लेग-2 तक सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने वाले तीन इंजीनियरों समेत ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की है। निगम कमिश्नर ने तीन इंजीनियरों को चार्जशीट किया है। इसके साथ ही आउटसोर्स पर लगे एक इंजीनियर की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं, ठेकेदार को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
नगर निगम द्वारा सराय अलावर्दी चौक से ड्रेनेज की लेग-2 तक सड़क निर्माण का कार्य करवाया गया था, जिसमें घटिया कार्य करवाने की शिकायत निगम को प्राप्त हुई थी। शिकायत के आधार पर नगर निगम की विजिलेंस विंग ने जांच शुरू की तथा सड़क निर्माण के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे थे। लैब रिपोर्ट के अनुसार निर्माण कार्य मापदंडों के आधार पर नहीं पाया गया। विजिलेंस द्वारा की गई जांच के अनुसार, कार्यकारी अभियंता मनदीप धनखड़, सहायक अभियंता दीपक कुमार व कनिष्ठ अभियंता अनदीप द्वारा उक्त कार्य करवाया गया था तथा निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भुगतान की सिफारिश भी की गई थी।
इन तीनों इंजीनियरों के खिलाफ हरियाणा सिविल सेवा (सजा और अपील) नियम-2016 के नियम-7 के तहत चार्जशीट करने, आउटसोर्स आधार पर कार्यरत कनिष्ठ अभियंता नीरज की सेवाएं समाप्त करने तथा ठेकेदार सुरेन्द्र सिंह को ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश की गई थी। विजिलेंस विंग ने अपनी जांच में इन सभी को नगर निगम गुरुग्राम को 44,97,573 रुपए का नुकसान पहुंचाने का भी जिम्मेदार माना गया है। निगमायुक्त पीसी मीणा ने विजिलेंस जांच रिपोर्ट के आधार पर उक्त चारों इंजीनियरों तथा ठेकेदार के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने तथा राशि की वसूली करने के निर्देश एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर रोहताश बिश्नोई को दिए हैं।