बिजनेसमैन का अपहरण कर लूट करने वाला फर्जी पुलिसकर्मी साथियों संग गिरफ्तार
Gurugram News Network – बिजनेसमैन को गुरुग्राम बुलाकर उसका अपहरण करने व लूटपाट करने के मामले में गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक आरोपी को सिरसा व दो आरोपियों को नेहरु पैलेस दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने कम्प्यूटर के पार्ट्स लूट के बाद एक लाख 80 हजार रुपए का सामान बेच दिया। वहीं पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक स्विफ्ट कार, 30 सीपीयू व 11500 रुपए की नकदी भी बरामद की है। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया।
बता दें कि 24 जून को एक व्यक्ति ने सेक्टर-40 थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 21 जून को उसके मोबाइल पर एक कॉल आया, जिसने उससे प्रोसेसर मांगे तो वह प्रोसेसर लेकर हुडा सिटी सेंटर पर दे दिए। इसके बाद 22 जून को इसके बाद उसी नंबर से दोबारा फोन आया, जिसने 150 पीस रैम व 150 प्रोसेसर मांगे। 23 जून को रात करीब 9 बजे 150 पीस रैम व 100 पीस प्रोसेसर लेकर हुडा सिटी सेंटर पहुंचा और फोन करने वाला व्यक्ति एक वैगनआर गाड़ी में मिला। तभी तीन और व्यक्ति वहां पर आ गए। जिनमें से एक ने दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और आते ही उसके साथ मारपीट करने लगे। उसका और उसके साथी का मोबाईल फोन भी छीन लिए और जबरन गाड़ी में बैठा लिया। लेकिन कुछ दूरी पर चलने के बाद इसको गाडी से नीचे उतार दिया और कम्प्यूटर पार्ट्र्स व मोबाइल लेकर फरार हो गए।
सेक्टर-40 थाना प्रभारी सतीश व एसआई गौरव की टीम ने इस वारदात में शामिल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान जसविन्द्र, आवेश उर्फ अवि व नवीन उर्फ शब्द उर्फ गोलू के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा शनिवार को आरोपी जसविन्द्र को सिरसा से जबकि आरोपी आवेश व नवीन को नेहरू पैलेस, दिल्ली से गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करके आरोपी जसविन्द्र को 7 दिन के जबकि आरोपी आवेश व नवीन को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लूटने की योजना बनाई थी। वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली के जीटीबी नगर, दिल्ली से 1500 रुपए में दिल्ली पुलिस की वर्दी खरीदी थी। अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद उनके द्वारा लूटे गए समान को इन्होंने आगरा में एक लाख 80 हजार रुपए में बेच दिया था। रुपयों से इन्होंने दिल्ली नेहरू पैलेस से 30 सीपीयू खरीद लिए ओर इनके पास 11500 रुपए बकाया बच गए। जिनको पुलिस ने बरामद किया है।