Gurugram News Network - चकरपुर में 26 दिसंबर को हुई कलेक्शन एजेंट से 24 लाख रुपए की लूट मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों की पहचान चंद्र भानु प्रताप, विनीत, उज्जवल कुमार, अंकुर व प्रवीन कुमार उर्फ पम्मी के रूप में हुई। इसमें आरोपी चंद्र भानु प्रताप को खगड़िया रेलवे स्टेशन बिहार से 30 दिसंबर को काबू किया जबकि विनीत को उसके गांव कसोलिया, उत्तर-प्रदेश से काबू करने के बाद शनिवार को उज्जवल, अंकुर व प्रवीन उर्फ पम्मी को गुरुग्राम से काबू कर लिया गया। पकड़े गए दो आरोपियों की मां व पत्नी बीमार थी जिसके इलाज के लिए उन्होंने पूरी वारदात को अंजाम दिया।
प्रारंभिक जांच के दौरान सामने आया कि अंकुर व उज्जवल दोनों सगे भाई है। उज्जवल पहले हल्द्वानी में एक कम्पनी में काम करता था और नौकरी छूट जाने के कारण गुरुग्राम में नौकरी करने आया था। आरोपी अंकुर आस्था कंपनी में फील्ड का काम करता है। अंकित ने अपने भाई उज्जवल, चन्द्र भानु प्रताप (एक प्राइवेट कम्पनी में काम करता है) व विनीत उपरोक्त (जोमैटो में डिलीवरी का काम करता है) के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। चन्द्र भानु प्रताप व विनीत ने उपरोक्त वारदात को योजनानुसार अंजाम दिया। आरोपियों द्वारा वारदात में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल जोमैटो में काम करने वाले आरोपी विनीत की थी। आरोपियों द्वारा नकदी लूटने के बाद नगदी को आपस में बांट लिया था। आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त बाइक समेत 15 लाख 3 हजार रुपए बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
बता दें कि 26 दिसंबर को चकरपुर के राधा कृष्ण मंदिर के पास आस्था कंपनी चकरपुर के कलेक्शन एजेंट राजीव रंजन व उसके साथी अंकुर के साथ लूट की वारदात हुई थी। राजीव रंजन ने बताया था कि वह 24 लाख रुपए लेकर बुलेट बाइक से अंकुर के साथ कंपनी जा रहा था तो स्पलेंडर सवार बदमाशों ने उसे रोक लिया और चोट मारने के साथ ही उससे रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए थे। इस मामले में चकरपुर चौकी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। मामले को जांच के लिए अपराध शाखा डीएलएफ फेज-4 को सौंपा गया था, जिसके बाद टीम ने कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को काबू किया है।