Gurugram News Network - गांव कन्हई में शुक्रवार दोपहर को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने लोगों के विरोध के बीच विभाग की जमीन को खाली कराया। यहां करीब एक एकड़ जमीन पर अवैध रूप से 150 कमरे बने हुए थे। तोड़फोड़ दस्ते के पहुंचते ही ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों और एचएसवीपी कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की और तीखी नोंकझोंक की। पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की। विरोध करने वालो को मौके पर मौजूद पुलिस बल ने हिरासत में ले लिया। विरोध के बीच एचएसवीपी का तोड़फोड़ अभियान जारी रहा। अवैध निर्माण को मलबे में मिला दिया। करीब ढाई घंटे तक तोड़फोड़ हुई। इस अभियान में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में एचएसवीपी के एसडीओ संदीप लोट मौजूद थे।
एचएसवीपी के तोड़फोड़ दस्ते ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। उन्हें बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमीन अधिग्रहण को लेकर विचाराधीन याचिका का फैसला एचएसवीपी के पक्ष में आ गया है, लेकिन वे नहीं मानें। थाना सेक्टर 40 के एसएचओ सतीश देशवाल ने ग्रामीणों से अपील की कि वे विरोध नहीं करें। फिर भी ग्रामीण विरोध करते रहे। इसके बाद पुलिस को आगे आकर उन्हें खदेड़ना पड़ा।
3 जेसीबी की मदद से अवैध निर्माण को मलबे में तब्दील कर दिया। अभियान शाम करीब साढ़े पांच बजे तक चला। इस मौके पर एचएसवीपी के एसडीओ ज्ञानचंद सैनी, जेई योगेश कुमार, परमिंद्र सिंह, विकास सैनी, अमनदीप, योगेश कुमार, गुरजंत सिंह, आनंद प्रकाश, विनोद पटवारी आदि मौजूद रहे। कन्हई गांव की करीब ढाई एकड़ जमीन पर कब्जा था। बुधवार को डेढ़ एकड़ जमीन को खाली करवा लिया था। ग्रामीणों ने एक एकड़ को खाली करने के लिए एक दिन का समय मांगा था। आज जब तोड़फोड़ दस्ता पहुंचा तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया था।