Gurugram News Network – गुरुग्राम में अरावली की पहाड़ियों में Leopard Trail पर अवैध रुप से बने 16 रेस्टोरेंट एंव कैफे पर अब डीटीपी विभाग कार्रवाई करने का मन बना रहा है । इसको लेकर शुक्रवार को जीएमडीए के डीटीपी एन्फोर्समेंट विभाग ने सर्वे किया और 16 रेस्टोरेंट एंव कैफे संचालकों को नोटिस देने का मन बना लिया है । इन सभी रेस्टोरेंट एंव कैफे संचालकों पर आरोप है कि इन्होनें यहां पर रेस्टोरेंट खोलने से पहले किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली है । गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट (डीटीपीई) के अमित मधोलिया निर्देश पर गठित की गई टीम ने गांव गैरतपुर बास एवं सकतपुर इलाके में Leopard Trail किनारे बने बिना सीएलयू (भू-परिवर्तन उपयोग) के अवैध रूप से बनी 16 से अधिक इमारतों को चिन्हित किया है। इन इमारतों में अवैध रेस्टोरेंट एवं कैफे चलाए जा रहे है जिनके लिए किसी भी विभाग से कोई स्वीकृति नहीं ली गई है। अब जल्द ही इन इमारतों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा ।

जीएमडीए के डीटीपी एन्फोर्समेंट अमित मधोलिया के आदेश पर सहायक नगर योजनाकार (एटीपी) सुमित मलिक, दिनेश सिंह, जूनियर इंजीनियर नवीन एवं अन्य स्टाफ ने गांव गैरतपुर बास एवं सकतपुर इलाके में अवैध इमारतों को चिन्हित करने का अभियान चलाया । ये अवैध स्ट्रक्चर कृषि योग्य भूमि पर निर्मित है और जीएमडीए से इन स्ट्रक्चरों को बनाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई बिल्डिंग प्लान या सीएलयू नहीं लिया गया है। इन इमारतों में कैफे या रेस्टोरेंट खोल अवैध व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जा रही है। इस उद्देश्य के लिए भी कोई स्वीकृति नहीं ली है।

कौन कौन से रेस्टोरेंट एंव कैफे पर लटकी तलवार ?
इन गतिविधियों में जंगल कैफे गांव पंडाला, लैपर्ड कैफे एंड रिसोर्ट, निर्माणधीन डक्स एंड डफ कैफे, दो निर्माणधीन कैफे, राइडर पैराडाइज लैपर्ड ट्रेल, कैफे, पंडाला हिल्स कैफे, राठी कैफे, देसी ठाट कैफे, ठिकाना कैफे, हैप्पी पाइ कैफे, कैफे इवोक, लैपर्ड ट्रेल कैफे, एक निर्माणधीन घर, फूड फार्म बाइकर प्वाइंट कैफे, अरावली होर्स राइडिंग क्लब शामिल है।

ये इलाके गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरणों के अधीन आते है और अथॉरिटी के नियमों के हिसाब से बिना सीएलयू एवं स्वीकृति लिए कोई भी व्यावसायिक गतिविधि नहीं चलाई जा सकती और न ही कृषि भूमि पर किसी प्रकार का निर्माण किया जा सकता है । दोनों एटीपी के नेतृत्व में गई टीम के सदस्यों ने सभी कैफे एवं रेस्टोरेंट मालिकों को जागरूक करते हुए भी बताया कि बिना सीएलयू के गतिविधियां चलाना गलत है। पहले विभाग से सीएलयू हासिल करो। सीएलयू प्रक्रिया को लेकर भी जानकारियां दी गई है।

अवैध निर्माण एवं व्यावसायिक गतिविधियों को चिन्हित करने के लिए गठित की गई टीम ने 16 कैफे एवं रेस्टोरेंट को चिन्हित किया है। मौके से जानकारी प्राप्त कर ली गई है। जल्द ही सभी को नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए जाएंगे। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर रिस्टोरेशन का मौका दिया जाएगा और उसके बाद तोड़-फोड़ कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि Leopard Trail गुरुग्राम में अरावली की गोद में एक ऐसी जगह है जहां पर लोग घूमने फिरने के लिए आते हैं और यहां आकर अरावली की पहाड़ियों में पिकनिक मनाते हैं और हिल स्टेशन जैसा एहसास करते हैं । पिछले कुछ सालों में Leopard Trail दिल्ली एनसीआर में काफी मशहूर हो गया है । ऐसे में इस इलाके आने वाले पर्यटकों के लिए ये एक बड़ा झटका हो सकता है ।