Gurugram News Network - विश्व पुस्तक मेला,प्रगति मैदान,नयी दिल्ली में 04/03/2023 को इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल द्वारा आयोजित 'हिन्दी साहित्य में प्रवासी भारतीयों का योगदान पर परिचर्चा,पुस्तक विमोचन व सम्मान समारोह में कई लेखकों की पुस्तकों के साथ प्रख्यात कवयित्री व लोकगीत गायिका कमलेश सिंघल की पुस्तक “लोकगीत मंजरी” का लोकार्पण किया गया व कवयित्री कमलेश सिंघल को हिन्दी लोक साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिये सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर इंद्रप्रस्थ लिटरेचर फेस्टिवल नई दिल्ली के अध्यक्ष व संस्थापक डॉ॰ चंद्रमणि ब्रह्मदत्त ने कहा कि कवयित्री कमलेश सिंघल ने अपनी पुस्तक 'लोकगीत- मंजरी' के माध्यम से हमारी लुप्त होती हुई लोकगीत संस्कृति को बचाने का सराहनीय प्रयास किया है। प्रख्यात कवयित्री डॉ॰ कृष्णा आर्या ने लोकगीत-मंजरी की समीक्षा करते हुए कहा- मेरे पास विदेशों से प्रवासी भारतीयों के बच्चों की शादी व जन्मदिन के अवसर पर लोकगीत के लिये फोन आते हैं तो मैं कमलेश सिंघल की पुस्तक से फोटो लेकर उनको भेज देती हूँ।
कमलेश जी के लोकगीत संस्कृति को बचाने के इस सराहनीय प्रयास के लिए मैं उनको शुभकामनाएँ देती हूँ तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ। फिर उन्होंने अपने मधुर स्वर में इस पुस्तक से कुछ लोकग़ीतों का पाठ करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर हिन्दी के अनेक भारतीय और प्रवासी साहित्यकार उपस्थित थे । कवियत्री कमलेश गुरुग्राम के पालम विहार की रहन वाली हैं ।