Gurugram News Network – Delhi Vadodara Mumbai Expressway के पहले पैकेज का उद्घाटन रविवार को हो जाएगा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राजस्थान के दौसा से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के पहले चरण में 12,150 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोत सेक्शन का लोकार्पण करेंगे । इससे पहले केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर सोहना के समीप ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल (टीएमसी) बिल्डिंग स्थित कंट्रोल सेंटर का अवलोकन करेंगे तथा हिलालपुर टोल प्लाजा (नूंह) पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचेंगे । मुख्यमंत्री इसके उपरांत हिलालपुर टोल प्लाजा से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे ।

डीसी ने लिया केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों का जायजा
डीसी निशांत कुमार यादव ने शनिवार को केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा मुख्यमंत्री के 12 फरवरी को प्रस्तावित आगमन को लेकर सोहना व दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर कंट्रोल टावर, हिलालपुर टोल प्लाजा का दौरा किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को प्रात: 11.30 बजे सोहना पहुंचेंगे। इसके उपरांत वे 12 बजे केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ सोहना के समीप एक्सप्रेस वे पर टीएमसी बिल्डिंग में बने कंट्रोल सेंटर का अवलोकन करेंगे। कंट्रोल सेंटर के अवलोकन के उपरांत मुख्यमंत्री हिलालपुर टोल प्लाजा पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री हिलालपुर टोल प्लाजा से ही वीडियो कांफ्रेंस से लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री के प्रस्तावित आगमन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उनके साथ सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह भी साथ रहे।

नई दिल्ली से जयपुर वाया गुरुग्राम के बीच कम होगा सफर का समय
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-दौसा-लालसोत सेक्शन चालू होने से हरियाणा के गुरुग्राम, पलवल व नूंह जिला से होकर गुजरने वाले एक्सप्रेस वे से नई दिल्ली से जयपुर के बीच यात्रा का समय पांच घंटे से घटकर साढ़े तीन घंटे रह जाएगा। इस सेक्शन के खुल जाने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी शक्ति मिलेगी। देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस व पर आटोमेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत हर एक किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए जिनके माध्यम से कंट्रोल सेंटर से निगरानी होगी। इस एक्सप्रेस व जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए 500-500 मीटर वाटर रिचार्ज प्वाइंट्स भी बनाए गए हैं। आठ लेन चौड़े एक्सप्रेस वे को 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। देश के लंबे इस एक्सप्रेस वे से नई दिल्ली से जयपुर वाया गुरुग्राम पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा साथ ही नागरिकों को भी नए एक्सप्रेस वे का विकल्प मिलेगा।

दिल्ली से मुंबई के बीच कम होगा ईंधन का खर्च, कार्बन उत्सर्जन पर भी नियंत्रण
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इसके बन जाने से दिल्ली और मुम्बई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सडक़ की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। इसके साथ ही यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आएगी, इससे पहले जहां दिल्ली से मुंबई के बीच सफर में 24 घंटे लगते थे वहीं एक्सप्रेस वे के बनने से 12 घंटे लगेंगे।

गुरुग्राम से बढ़ेगी देश के प्रमुख शहरों की कनेक्टिविटी
यह एक्सप्रेस-वे हरियाणा सहित दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे 93 पीएम गति शक्ति आर्थिक संकुलों, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ बहुविध लॉजिस्टिक्स पार्कों को भी सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट, नवी मुंबई एयरपोर्ट और जेएनपीटी पोर्ट जैसी निर्मित होने वाली ग्रीनफील्ड अधोसंरचनाओं को भी फायदा पहुंचेगा। इस एक्सप्रेस-वे से आसपास के सभी क्षेत्रों की विकास-दिशा पर निर्णायक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
