Gurugram News Network - यदि आपने भी कोई इंश्योरेंस कराई है और उसके मैच्योर होने अथवा पॉलिसी क्लेम में कोई दिक्कत आई है और उसकी शिकायत आपने इंश्योरेंस कंपनी के कॉल सेंटर में दर्ज कराई है तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि कथित इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी बनकर कोई आपको करोड़ों रुपए का चूना लगा जाए। ऐसा ही एक मामला साइबर थाना ईस्ट पुलिस ने दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में मालबू टाउन के रहने वाले सतीश कुमार चावला ने कहा कि उन्हें इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से परेशानी थी जिसके लिए उन्होंने मई 2022 में एक शिकायत दी थी। इसके बाद उन्हें सूर्य प्रकाश का कॉल आया जिसने खुद को बीमा लोकपाल बताया। उन्होंने बताया कि उनकी फाइल को डॉ शुक्ला के पास ट्रांसफर किया जा रहा है जो उनकी दिक्कत को दूर करेंगे। डॉ शुक्ला ने उन्हें एक वरिष्ठ अधिकारी हरे कृष्ण मुरारी से बात कराई जिन्होंने कहा कि उनका फंड सुरक्षित है और जल्द ही उनके बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगा।
अक्टूबर 2022 में उन्हें मनीष अग्रवाल का फोन आया जिसने बताया कि उनके 1 करोड़ 34 लाख रुपए अप्रूवल के लिए भेजे हुए हैं जिसकी वेरिफिकेशन की जानी है। इसके बाद उन्होंने कहा कि एनओसी न होने के कारण उनकी फाइल रिजेक्ट की जा रही है। ऐसे में फोन करने वाले ने 1 लाख 35 हजार रुपए एनओसी चार्ज जमा कराने के लिए कहा। इसके बाद अलग-अलग बहाने से उनसे रुपए ट्रांसफर कराए जाने शुरू कर दिए गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कभी फाइल चार्ज तो कभी ऑडिट के नाम पर उनसे करीब 1 करोड़ 95 लाख रुपए आरोपियों ने अलग-अलग समय पर ट्रांसफर करा लिए। इस बारे में उन्होंने साइबर थाना ईस्ट पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है।
