गुरुग्राम नगर निगम से क्यों निकालें 70 कर्मचारी !
दिल्ली से सटे साईबर सिटी गुरुग्राम के नगर निगम से एक साथ करीब 6 दर्जन कर्मचारियो और अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है । नगर निगम का दावा है कि इन कर्मचारियो की वजह से निगम को एक साल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है । कर्मचारियों को काम में लापरवाही बरतने की वजह से नौकरी से निकाला गया है ।
हरियाणा में सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाला नगर निगम अब अपने अधिकारियो पर शिकंजा कंसने लगा है। गुरुग्राम नगर निगम ने 70 के आसपास अपने अधिकारी और कर्मचारियों को घर का रास्ता दिखा दिया है इन कर्मचारियों और अधिकारियों को काम में लापरवाही बरतने के आरोप में नौकरी से निकाला गया है । गुरुग्राम नगर निगम कई दिनों से इन्हे निकलने की तैयारी कर रहा था । पिछले साल नगर निगम ने तीन दस्तों की टीम बनाई थी, जिसमे मार्केटिंग मैनेजमेंट डिफेसमेंट (होडिंग तथा पोलोथिंग विभाग शामिल था । लेकिन इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसी भी विभाग में संतोषजनक काम नहीं किया जिससे नाराज़ नगर निगम ने लापरवाह अधिकारियो कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर सभी को बाहर निकाल दिया ।
निकाले गए अधिकारियो में एक दर्जन जूनियर इंजिनियर, सुपरवाइजर ,मल्टी टास्क वर्कर, शामिल है। ये सभी आउटसोर्स आधार पर कार्यरत थे । इन लापरवाह अधिकारियो की वजह से गुरुग्राम नगर निगम को एक करोड़ का नुकसान हुआ है। हालाकिं इन कर्मचारियों को निकालने से निगम पर काम का बोझ बढेगा लेकिन इस बोझ से निपटने के लिए नगर निगम ने एक अलग टीम तैयार की है।
आपको बता दे कि निगम के अंतर्गत आने आने वालों स्थानों से कूड़ा नहीं उठवाने पर पॉल्यूशन डिपार्टमेंट ने भी नगर निगम पर भारी भरकम चालान भी किया था। जिससे निगम के अधिकारी अपने कर्मचारियों पर नाराज थे। । नगर निगम अब उन सभी अधिकारियो पर शिकंजा कसने लगा है जो अधिकारी अपने काम में लापरवाही बरतते है।