Gurugram News Network - अब खुले में C & D वेस्ट डाला तो सख्त कार्रवाई होगी। C & D वेस्ट संबंधी कार्य में लगे अधिकारी भी अब जवाबदेही से नहीं बच सकेंगे। गुरुग्राम में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव ने सख्ती दिखाई है। वे शुक्रवार को गुरुग्राम के लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने गुरुग्राम में वायु प्रदूषण में कमी लाने के उपाय एवं प्रबंध करने के निर्देश दिए।
पी राघवेंद्र राव ने कहा कि निर्माण एवं तोडफ़ोड़, वाहन उत्सर्जन, रोड़ डस्ट, ओपन वेस्ट बर्निंग, औद्योगिक उत्सर्जन तथा सिंगल यूज प्लास्टिक के कारण वायु प्रदूषण में बढ़ौतरी होती है। संबंधित विभागों के अधिकारी इस पर एक्शन प्लान तैयार करके कार्य शुरू करें, ताकि वायु प्रदूषण में कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर पड़े C & D वेस्ट का उठान सुनिश्चित करें तथा इधर-उधर मलबा फैंकने वालों पर अंकुश लगाएं। बैठक में उपस्थित RWA व औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि भवन निर्माण के लिए बिल्डिंग प्लान व ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (OC) के लिए C & D वेस्ट के निष्पादन को आवश्यक किया जाना चाहिए।
इस पर राव ने नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे RWA व औद्योगिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एक सप्ताह में एक्शन प्लान तैयार करके उन्हें भिजवाएं। GMDA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निगमायुक्त पीसी मीणा ने बताया कि नगर निगम गुरुग्राम द्वारा 1000 मीट्रिक टन प्रतिदिन C & D वेस्ट निष्पादन क्षमता का प्लांट चलाया जा रहा है तथा भविष्य में एक अन्य प्लांट लगाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर C & D कलेक्शन, एनफोर्समेंट व प्रोसेसिंग के लिए आरएफपी फ्लोट की जा रही है। बैठक में C & D वेस्ट संबंधी कार्य में लगे अधिकारियों की जवाबदेही भी तय करने के निर्देश चेयरमैन द्वारा दिए गए।
चेयरमैन ने निर्माण साईटों पर नियमों के तहत एंटी स्मोग गन सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए तथा विशेष रूप से C & D वेस्ट व निर्माण सामग्री के ओपन ट्रांसपोर्टेशन पर भी अकुंश लगाने को कहा। रोड़ डस्ट से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए उन्होंने पानी का छिडक़ाव करवाने तथा मैकेनिकल स्वीपिंग करवाने के निर्देश दिए। यहां लोगों द्वारा सुझाव दिया गया कि अगर संभव हो तो सफाई का कार्य भी रात्रि में ही करवाना उचित होगा।
हरियाली को बढ़ावा देने के बारे में अधिकारियों ने बताया कि GMDA द्वारा 10 लाख 50 हजार पौधे तथा नगर निगम द्वारा 5 लाख 25 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं। यहां चेयरमैन ने कहा कि पौधों की देखभाल के लिए स्थानीय नागरिकों को जिम्मेदारी दी जाए, ताकि पौधे जीवित रह सकें। पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को बढ़ावा देने के बारे में GMCBL के CEO मुनीष शर्मा ने बताया कि सिटी बसों के बेड़े में जल्द ही 50 छोटी इलैक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। इसके अलावा, आरटीए के अधिकारियों ने बताया कि ई-ऑटो व CNG चलित ऑटो को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा 1 जनवरी से डीजल ऑटो के पंजीकरण को बन्द कर दिया गया है। चेयरमैन ने PUC सैंटरों का समय-समय पर थर्ड पार्टी इंस्पैक्शन करवाने के निर्देश संंबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए।
चेयरमैन ने GMDA तथा नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि वे वॉकिंग व साइकलिंग को बढ़ावा देने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करें तथा एक माह में फुटपाथों व सडक़ों की मरम्मत करवाएं। बैइक में उन्होंने कचरा जलाने संबंधी गतिविधियों पर भी लगाम लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ई-वेस्ट के बारे में भी एक्शन प्लान तैयार करने को कहा। उन्होंने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी बैठक में दिए।