Gurugram News Network - बजरंग दल के कार्यकर्ता और गौ रक्षक मोनू मानेसर समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या व अपहरण का मामला दर्ज किए जाने के मामले में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन डीसी की अनुपस्थिति में एसडीएम को सौंपा और मामले की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने साफ कर दिया कि यदि राजस्थान पुलिस ने बजरंग दल के किसी भी कार्यकर्ता और मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया तो वह सड़कों पर उतरकर अपना आंदोलन शुरू कर देंगे और जाम लगा देंगे।
विश्व हिंदू परिषद के देवेंद्र, कुलभूषण समेत अन्य ने कहा कि उन्हें पता लगा है कि बजरंग दल के एक कार्यकर्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया है जोकि न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस मामले में नामजद किए गए मोनू मानेसर व अन्य के घर गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। परिजनों पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक मामले की जांच ही नहीं होगी तो यह गिरफ्तारी किस आधार पर होगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वेष भावना से कार्य कर रही है। यह चुनाव को लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं।ओवैसी द्वारा मामले में अनाप-शनाप बयानबाजी की जा रही है जिससे साफ पता लग रहा है कि यह बजरंगदल को खत्म करने की साजिश है। बरजंग दल व गौरक्षा दल मिलकर गौ तस्करों पर भारी पड़ रहे थे और उन्होंने गौ कशी पर लगाम लगाने के लिए कार्य किए जिसके कारण बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को रास्ते से हटाने के लिए यह कृत्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राजस्थान सरकार चुनावी रोटियां सेंकने के लिए निर्दोषों को फंसा रही है उससे हिंदू संगठन आंदोलन को विवश हो रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि मामले की जांच किए बिना किसी भी बजरंग दल के कार्यकर्ता को गिरफ्तार न किया जाए।