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मिलेनियम सिटी में घरों से उठेगा कचरा, निगम एक हजार करोड़ करेगा खर्च  

निगम ने 2017 में घरों से कूड़ा उठाने, कूड़ा घरों से कूड़ा उठाकर बंधवाड़ी तक पहुंचाने, कूड़े से बिजली का संयंत्र स्थापित करने का काम एक निजी कंपनी को सौंपा था।  कंपनी की तरफ से शहर में करीब 400 वाहनों से घर-घर से कूड़ा उठाने का काम किया जाता था।  कंपनी ने करीब 50 डंफर भी कूड़ा घरों से कूड़ा उठाकर बंधवाड़ी तक पहुंचाने के  लिए लगाए हुए थे, लेकिन इसके बाद भी शहर में लोगों को कूड़े से ज्यादा राहत नहीं मिली थी। घरों से कूड़ा उठाने को लेकर निगम के पास रोजाना सैंकडों अधिक शिकायतें पहुंच रही थी। 

 
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Gurugram News Network - दिल्ली से सटे गुरुग्राम में सफार्ई व्यवस्था दुरुस्त होगी। कचरे  के ढेरों से भी शहरवासियों को राहत मिलेगी। निगम ने सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ-साथ घर से कचरा भी उठाया जाएगा।  निगम की तरफ से सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निगम ने एक हजार करोड़ खर्च करने के लिए नगर निगम ने योजना तैयार की है।  घरों से कूड़ा उठाने, कूड़ा घरों से कूड़ा उठाने काम निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा। इसको लेकर निगम ने नई योजना भी तैयार की है।  

निगम ने 2017 में घरों से कूड़ा उठाने, कूड़ा घरों से कूड़ा उठाकर बंधवाड़ी तक पहुंचाने, कूड़े से बिजली का संयंत्र स्थापित करने का काम एक निजी कंपनी को सौंपा था।  कंपनी की तरफ से शहर में करीब 400 वाहनों से घर-घर से कूड़ा उठाने का काम किया जाता था।  कंपनी ने करीब 50 डंफर भी कूड़ा घरों से कूड़ा उठाकर बंधवाड़ी तक पहुंचाने के  लिए लगाए हुए थे, लेकिन इसके बाद भी शहर में लोगों को कूड़े से ज्यादा राहत नहीं मिली थी। घरों से कूड़ा उठाने को लेकर निगम के पास रोजाना सैंकडों अधिक शिकायतें पहुंच रही थी। 

लगातार कंपनी की लापरवाही और वाहनों की फीटनेस प्रमाण पत्र निगम को नहीं देने पर निगम ने जून 2024 में कंपनी के करार को समाप्त कर दिया था। इसके बाद से लगातार आठ माह से शहर की सफाई व्यवस्था बिल्कुल चरमराई हुई है।

नगर निगम की नई योजना के अनुसार नए टेंडर में अब 400 की बजाय 1100 वाहन निजी एजेंसी को अपने बेड़े में शामिल करने होंगे। यह वाहन निगम के चारों जोन में शामिल घरों से, होटल, अस्पताल, पीजी, दुकानों, मार्केट आदि से कूड़ा एकत्रित करेंगे। यह वाहन दो पार्ट में बॉक्स लगे होंगे। इनमें एक में गीला तो दूसरे में सूखा कूड़ा एकत्रित किया जाएगा। 

वार्ड अनुसार अपने-अपने निर्धारित क्षेत्र में जाकर गीले -सूखे कूड़े को अलग-अलग एकत्रित करेंगे। इसके बाद सूखे कूड़े को बंधवाड़ी प्लांट में पहुंचाया जाएगा। जहां कूड़े से ग्रीन कोयला तैयार किया जाएगा। गीले कूड़े से खाद तैयार की जाएगी। सभी वाहनों में जीपीएस लोकेशन होना जरुरी है। जीपीएस के माध्यम से ही निगम में इन सभी वाहनों पर निगरानी की जाएगी।

कंपनी  को घरों से कूड़ा एकत्रित करने के लिए सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करना होगा। सभी वाहनों की हर साल फीटनेस प्रमाण पत्र निगम में जमा करवाना होगा। सभी वाहनों पर जीपीएस यंत्र लगाना जरूरी होगा।

बंधवाड़ी लैंडफिल पर प्रस्तावित चारकोल (ग्रीन कोयला) प्लांट का निर्माण कार्य एक मार्च को शुरू हो जाएगा। लैंडफिल पर एक महीने में यानी दो फरवरी तक गुरुग्राम नगर निगम को प्लांट स्थापित करने के लिए एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएनएल) को बीस एकड़ जमीन खाली करके देनी होगी। 

प्लांट निर्माण कार्य पूरा करने और चालू करने के लिए 16 दिसंबर 2026 की डेडलाइन निर्धारित की गई है। अगर प्लांट के लिए समय पर जमीन उपलब्ध हो जाती है और तय समय में ही प्लांट चालू होता है तो दो साल की अवधि में गुरुग्राम में कूड़े की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।