
Gurugram News Network- पिछले दिनों सेक्टर-92 की एक सोसाइटी में सीवर की सफाई के दौरान हुई दो लोगों की मौत मामले में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग ने संज्ञान लिया है। दोनों परिवारों के आश्रितों को 30-30 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसको लेकर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्षा अंजना पंवार ने गुरुग्राम नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैइक में सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
बैठक में उन्होंने सोसाइटी में दो सीवरमैनों की हुई मृत्यु के बारे में पुलिस विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग से जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूरे देश में मैनुअल स्कैवेंजिंग को प्रतिबंधित किया हुआ है तथा इसके लिए एक कानून भी बनाया गया है, जिसमें कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान है। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए तथा मृतकों के परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि दिलाई जाए।
उन्होंने कहा कि नियम के तहत सीवरेज व सेप्टिक टैंक सफाई कार्य के दौरान मृत्यु की स्थिति में परिजनों को 30 लाख रुपए, स्थाई अपंगता की स्थिति में 20 लाख रुपए तथा अस्थाई अपंगता की स्थिति में 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि का प्रावधान है। उन्होंने नगर निगम मानेसर के अधिकारियों से कहा कि वे जल्द से जल्द इस बारे में कार्रवाई करें।
आयोग की उपाध्यक्षा ने सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं की मांगों, शिकायतों व समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना तथा उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस बारे में सरकार से बात करेंगी। चूंकि हड़ताली कर्मचारियों की अधिकतर मांगें राज्य सरकार के स्तर की हैं, इसलिए वे इस बारे में सरकार से बात करेंगी। उन्होंने यूनियन प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि वे जनहित को ध्यान में रखते हुए काम पर वापिस लौटें। यूनियन प्रतिनिधियों पर इस अपील का कोई असर नहीं हुआ तथा वे इस बात पर अड़े रहे कि जब तक हटाए गए कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नहीं लिया जाएगा, तब तक वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
यहां पर नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त डाॅ नरेश कुमार ने कहा कि पूर्व में कई बार यूनियन प्रतिनिधियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की गई है तथा जब तक सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तब तक कर्मचारियों को एजेंसियों के माध्यम से नियुक्ति की जा रही है, लेकिन यूनियन प्रतिनिधि निगम रोल या एचकेआरएनएल की मांग पर ही अड़े हुए हैं, जिससे शहरवासियों के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को भी परेशानी हो रही है।
बैठक में अंजना पंवार ने सफाई कर्मचारियों की संपूर्ण स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप लगाने, अच्छे हाजिरी स्थान बनाने, पहचान पत्र बनवाने, प्रत्येक माह की 7 तारीख तक वेतन अदायगी, रिकार्ड में व्यक्तिगत डाटा गलत है उसे दुरूस्त करने, पीएफ-ईएसआई की त्रुटियां दूर करने सहित कर्मचारियों का सम्मान व सहयोग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।