Gurugram News Network- गुरुग्राम जिले में फर्जी डॉक्टरों की बाढ़ आ गई है। आए दिन जिले के किसी न किसी कोने में बिना डिग्री वाले डॉक्टरों का भंडाफोड़ हो रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक महिला को काबू किया है। 12वीं पास महिला डॉक्टर बनकर गांव नाहरपुर में क्लीनिक चला रही थी। इतना ही नहीं वह एक हजार रुपए में कोख में पल रहे बच्चों का भी कत्ल कर रही थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काबू कर उसके खिलाफ केस दर्ज कराया है।
पुलिस के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि नाहरपुर में गोगाजी क्लीनिक पर कथित डॉ शालिनी सिंह यादव द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उनके पास मेडिकल की कोई डिग्री नहीं है। इसके साथ ही वह अवैध रूप से गर्भपात का धंधा भी कर रही हैं। गर्भपात करने के लिए वह एक हजार रुपए लेती है। इस सूचना के आधार पर एक गर्भवती को नकली ग्राहक बनाकर गोगाजी क्लीनिक पर भेजा गया। यहां गर्भवती ने उन्हें बताया कि वह तीन महीने की गर्भवती है और वह गर्भपात कराना चाहती है। इस पर कथित डॉ शालिनी यादव ने गर्भपात करने के एक हजार रुपए मांगे।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दिए गए 1500 रुपए में से एक हजार रुपए गर्भवती ने कथित डॉक्टर को देते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को इशारा कर दिया। जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर कथित डॉ शालिनी यादव को काबू कर लिया। उसके कब्जे से एमटीपी किट बरामद की। टीम ने उससे मेडिकल डिग्री मांगी तो वह पेश नहीं कर पाई। पूछताछ में उसने बताया कि वह केवल 12वीं पास है। उसके पास कोई डिग्री नहीं है। इस पर टीम ने उसे काबू कर पुलिस को सूचना दी। मानेसर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने मौके से एमटीपी किट समेत कई दवाएं बरामद की हैं।