Gurugram News Network - गुरुग्राम के बीचोंबीच स्थित मुख्य अस्पताल को टूटे पांच साल हो गए हैं, लेकिन आज तक इसके निर्माण का कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया है। वहीं, अधिकारियों से लेकर मंत्री तक फर्रूखनगर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप मंडल अस्पताल बनाकर वाहवाही लूटने में लगे हुए हैं। वीरवार को मुख्यमंत्री ने वर्चुअल तरीके से फर्रूखनगर में नव निर्मित अस्पताल का उद्घाटन किया। जल्द ही इस अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही ऑपरेशन थियेटर सहित अन्य सुविधाओं को शुरू किया जाएगा।
दरअसल, फर्रूखनगर में पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ था। 30 बैड के इस केंद्र को अस्पताल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी। इसी घोषणा पर कार्रवाई करते हुए इसे 50 बैड का उप मंडल अस्पताल बना दिया गया। इस अस्पताल को बनाकर मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारी तक हर कोई बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दिए जाने का श्रेय लेने में जुटा है, लेकिन पांच साल पहले शहर के बीचोंबीच तोड़े गए 200 बैड के अस्पताल की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है। हालांकि एक बार फिर यह दावा किया जा रहा है कि जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन यह कार्य कब शुरू होगा इसका कुछ पता नहीं है।
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव के मुताबिक, अगले महीने तक इसकी टैंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सिविल सर्जन ने बताया कि फर्रूखनगर में अस्पताल शुरू होने से आसपास के लोगों को फायदा मिलेगा। इसके साथ ही गुरुग्राम के सेक्टर-10 में बने अस्पताल में भी मरीजों का भार कम होगा। उन्होंने बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन के तहत जल्द ही डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी और नवनिर्मित अस्पताल में गायनी डॉक्टरों को तैनात किए जाने के साथ ही ऑपरेशन थियेटर को भी शुरू किया जाएगा। इसके अलावा कई अन्य विशेषज्ञों की सुविधाएं भी फर्रूखनगर के इस अस्पताल में मिल जाएंगी।