83.85 करोड़ की परियोजनाओं को मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी,विकास कार्यो को मिलेंगी रफ्तार
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.श्रीनिवास ने बतसया कि जीएमडीए शहर में मास्टर बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को ओर मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है । सेक्टर 68-75 और 112-115 में ड्रेनेज नेटवर्क बिछाने का काम जीएमडीए द्वारा इन क्षेत्रों के निवासियों के लाभ के लिए अब जल्द ही शुरू किया जाएगा। सेक्टर 68 से 75 में जल निकासी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए, 17.63 किमी लंबाई में मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन बिछाने का काम करने की योजना है, जिसमें विभिन्न आकारों के आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा।
Gurugram News Network-हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में मंगलवार को चंडीगढ़ में आयोजित हरियाणा हाई पावर परचेज कमेटी (एचपीडब्ल्यूपीसी) की बैठक में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की लगभग 83.85 करोड़ रुपये की दो परियोजनाओं के आवंटन को मंजूरी दी गई। सेक्टर 68 से 75 में आरसीसी बॉक्स टाइप मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन का निर्माण और सेक्टर 112-115 में पंपिंग स्टेशन के साथ आरसीसी बॉक्स टाइप मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन का निर्माण शामिल है।
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.श्रीनिवास ने बतसया कि जीएमडीए शहर में मास्टर बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को ओर मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है । सेक्टर 68-75 और 112-115 में ड्रेनेज नेटवर्क बिछाने का काम जीएमडीए द्वारा इन क्षेत्रों के निवासियों के लाभ के लिए अब जल्द ही शुरू किया जाएगा। सेक्टर 68 से 75 में जल निकासी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए, 17.63 किमी लंबाई में मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन बिछाने का काम करने की योजना है, जिसमें विभिन्न आकारों के आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा।
बरसाती नालों के पानी के निर्वहन का निपटान एसपीआर पर वाटिका चौक से एनएच-48 तक निर्माणाधीन मास्टर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन में और अंततः लेग-तीन बादशाहपुर नाले में किया जाएगा। क्षेत्रों में सेक्टर 68, 69, 70, 70ए, 71, 72,75, 75ए, 71, 73 और 74 शामिल हैं। सेक्टर 68 से 75 में जल निकासी नेटवर्क प्रदान करने की परियोजना 51 करोड़ रुपये की लागत से निष्पादित की जाएगी। इस परियोजना को 22 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा।
सेक्टर 112 से 115 की जल निकासी परियोजना के तहत सेक्टर 112 से 115 में लगभग 7.5 किमी लंबाई में विभिन्न आकार के मास्टर आरसीसी बॉक्स टाइप ड्रेन का निर्माण किया जाएगा और कुल ड्रेनेज सिस्टम को मास्टर लेग-1 ड्रेन से जोड़ने का प्रस्ताव है, जो इन क्षेत्रों में मौजूद है। इसके अतिरिक्त, भारी मानसून के दौरान मुख्य ड्रेन के किसी भी ओवरफ्लो को रोकने के लिए सेक्टर 115 में लेग -1 ड्रेन के पास एक पंपिंग स्टेशन का भी निर्माण किया जाएगा।
पंपिंग प्रणाली को भारी मानसून अवधि के दौरान उपयोग किया जाएगा,लेग-1 ड्रेन और प्रस्तावित नए ड्रेन के बैक फ्लो के किसी भी संभावना से बचा जा सके। सेक्टर 112-115 में जल निकासी नेटवर्क प्रदान करने की परियोजना 32.85 करोड़ रुपये की लागत से क्रियान्वित की जाएगी। इस परियोजना को 19 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा।
वर्तमान में तीन मास्टर स्टॉर्म वाटर ड्रेन हैं जो शहर के स्टॉर्म वाटर को नजफगढ़ ड्रेन में ले जाती हैं, अर्थात लेग-1 ड्रेन (सिकंदरपुर से पालम विहार होते हुए नजफगढ़), लेग-2 ड्रेन (सेक्टर-42 से हुडा सिटी सेंटर होते हुए नजफगढ़) और लेग-3 ड्रेन (घाटा गांव से वाटिका चौक, हीरो होंडा चौक, सेक्टर 99 से नजफगढ़ ड्रेन) जिसे बादशाहपुर ड्रेन भी कहा जाता है।
जीएमडीए द्वारा एसपीआर पर वाटिका चौक से एनएच 8 तक लगभग 5.2 किलोमीटर लंबी ड्रेन बिछाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। पूरा होने पर यह ड्रेन गुरुग्राम शहर के लेग-4 ड्रेन के रूप में कार्य करेगा और भारी मानसून के दौरान बादशाहपुर ड्रेन (लेग-3) के बोझ को भी कम करेगा।